किसी भी तरह की समस्या हो तो पहले फिजिशियन को दिखाएं। अगर विषय विशेषज्ञ से जुड़ी समस्या होगी तो फिजिशियन उन्हें रैफर कर देंगे। डॉक्टर से न छिपाएं
कई बार देखा गया है कि मरीज एक पैथी के साथ दूसरी पैथी का इलाज भी ले रहे होते हैं और डॉक्टर को नहीं बताते। जबकि एलोपैथी के साथ आयुर्वेद या होम्योपैथी का इलाज ले रहे हैं, तो उसकी जानकारी अपने डॉक्टर को अवश्य देनी चाहिए।
- बीमारी की जानकारी: बीमारी का नाम, कारण व उसकी गंभीरता के बारे में डॉक्टर से पूछें।
- इलाज के विकल्प: इलाज के कौनसे विकल्प हो सकते हैं? और हर विकल्प के फायदे-नुकसान क्या हो सकते हैं, इस बारे में जानिए।
- दवाओं की लें जानकारी: मरीज को कौन सी दवाएं लेनी हैं और उनका दुष्प्रभाव क्या हो सकता है? साथ ही इन दवाओं के साथ कोई विशेष सावधानी बरतनी है या नहीं, इसकी जानकारी लें। दवा कब और कैसे लेनी है, इस बारे में पूछें।
- देखभाल: क्या खाना है? क्या परहेज करना है, इस बारे में डॉक्टर से मालूम करें। साथ ही कितनी बार जांच करवानी होगी?
अगर मरीज के परिजन के पास कम पैसे हैं, तो वह डॉक्टर से सस्ती दवाओं व जांच के बारे में कहें। इलाज के सस्ते विकल्पों के बारे में भी जागरूक रहें।