यदि हम रोज शरीर में कैल्शियम की जरूरत को लेकर बात करें तो बच्चों में कम से कम इसकी मात्रा लगभग 1300 से लेकर 2500 मिलीग्राम तक होनी चाहिए। महिलाओं में कैल्शियम की मात्रा लगभग 1200 से लेकर 1500 मिलीग्राम तक होनी चाहिए। बुजुर्गों में कैल्शियम की मात्रा वहीं 1200 से लेकर 1500 मिलीग्राम होनी चाहिए और पुरषों में 1000 से लेकर 1200 मिलीग्राम प्रतिदिन होनी चाहिए।
यदि शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए तो ये सब से ज्यादा हड्डियों की सेहत को प्रभावित करता है। यदि हड्डियां कमजोर हो जाती हैं तो इससे गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी का खतरा दो गुना ज्यादा बढ़ जाता है। कैल्शियम की कमी से ने केवल हड्डियों की सेहत के ऊपर असर पड़ता है बल्कि साथ ही साथ इसकी कमी से याददाश्त कम हो जाना, मांसपेशियों में दर्द व अकड़न की समस्या के जैसे अनेकों दिक्कतें आना शुरू हो जाती हैं। कैल्शियम की कमी से वहीं दिल से जुड़ी समस्याएं और पीरियड्स में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इन कमी को दूर करना चाहते हैं तो कैल्शियम का प्रचुर मात्रा में होना शरीर के लिए अति आवश्यक होता है।
अधिकतर बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं में अधिकतर कैल्शियम की कमी को देखा जाता है। वहीं प्रेगनेंसी के दौरान भी महिलाओं के अंदर यदि कैल्शियम की कमी हो जाती है तो इससे ब्लड प्रेशर लो होने के जैसी दिक्कतें भी आ सकती हैं। प्रेग्नेट महिलाओं को कम से कम 2500 मिलीग्राम से तक कैल्शियम का सेवन जरूर करना। वहीं कैल्शियम कम होने की समस्या से महिलाएं इसलिए ज्यादा परेशान होती है क्योंकि मोनोपॉज,मासिक धर्म,गर्भधारण जैसी परिस्थितियों में शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है। इसलिए कैल्शियम युक्त फ़ूड का रोजाना सेवन जरूर करना चाहिए। जैसे कि दूध, हरी सब्जियां ,फल , सेलमन फिश आदि।
प्राकृतिक रूप से यदि आप कैल्शियम की कमी को पूरा करना चाहते हैं तो आप हरी सब्जियां, दूध,दही,सोया मिल्क,सोयाबीन,बादाम,काजू, पनीर, कच्चा पनीर,सेलमन फिश आदि चीजों को अपने रोजाना कि डाइट में शामिल कर सकते हैं। इन सारी चीज़ों में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। वहीं ये आपके शरीर को को स्वस्थ बना के रखने में भी लाभदायक होता है।