आईएआरआई की निदेशक डॉ. देविंदर कौर ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि देश में डायबिटीज की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। कम उम्र के मधुमेह रोगी भी सामने आ रहे हैं। डायबिटीज के मरीज को खाने-पीने में कई परहेज करने पड़ते हैं। डॉ. कौर ने कहा कि हमें खुशी है कि हमने यह पास्ता बना लिया है।
इस पास्ता में गेंहू से बनने वाले सूजी की जगह बाजरे के आटे का इस्तेमाल किया गया है। इसमें ग्लूटेन का स्तर कम है और बाजरे के कारण आयरन और जिंक भरपूर मात्रा में उलब्ध है।
इस वजह से यह डायबिटीज के मरीजों को फायदा पहुंचाएगा। डॉ. कौर ने कहा कि इस बदलाव का असर पास्ता के स्वाद पर नहीं पड़ रहा है।