चौलाई का उपयोग आमतौर पर रोटी, परांठे या हलवे के रूप में किया जाता है। इसके अलावा चौलाई के आटे के लड्डू बनाकर भी खाए जाते हैं। चौलाई के आटे में गुड़ और सूखे मेवे मिलाकर लड्डू बनाने से यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। तो आइए जानते हैं चौलाई के लड्डुओं के स्वास्थ्य संबंधी फायदों के बारे में…
• राजगिरा या चौलाई में मौजूद पोषक तत्व जैसे कैल्शियम और खनिजों की भरपूर मात्रा के कारण यह हमारी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है। जिन लोगों को ऑस्टियोपोरोसिस, हड्डियों की कमजोरी जैसी समस्याएं हैं, उनके लिए चौलाई के लड्डू का सेवन करना लाभकारी होता है।
• सर्दियों का मौसम आते ही अक्सर बहुत से लोगों को जोड़ों में अकड़न या गठिया संबंधी परेशानियां होने लगती हैं। अर्थराइटिस, गठिया और सूजन जैसी बीमारियों से राहत पाने के लिए जुलाई में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं।
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• चौलाई और गुड़ दोनों में ही पाचन को सुचारू रखने के गुण पाए जाते हैं। इसलिए चौलाई और गुण के लड्डू पेट संबंधी समस्याओं में बहुत फायदेमंद हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि, चौलाई में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जिसके सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं नहीं होतीं। ऐसे में राजगिरा/ चौलाई खाना कब्ज की समस्या से राहत पाने में भी मदद करता है।
• गुड़ और चौलाई के लड्डुओं का सेवन डायबिटीज के रोगियों के लिए भी सेफ हैं, क्योंकि गुड़ एक नेचुरल शुगर है इसमें कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यह चीनी की तुलना में डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर को बढ़ने नहीं देता है। साथ ही कुछ रिसर्च के मुताबिक चौलाई में कुछ एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं। जिससे कि यह डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
• अगर आपके शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर काफी अधिक है, तो इसका प्रबंधन करने के लिए भी चौलाई काफी सहायक साबित हो सकती है। एक अध्ययन के अनुसार पाया गया है कि, चौलाई में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो कि कॉलेस्ट्रोल को कम करने में मददगार हैं।