कार्डियक अरेसट में अचानक से दिल धड़कना बंद कर देता है, जबकि हार्ट अटैक में जब दिल तक ब्लर्ड नहीं पहुंचता तब अटैक आता है। कार्डियक अरेसट से मौत की संभावना ज्यादा होती है, क्योंकि हार्ट एकदम से रुक जाता है। तो चलिए जानते हैं इस बीमारी के बारे में, लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में।
जानिए, क्या है कार्डियक अरेस्ट? What is Cardiac Arrest? हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक कार्डियक अरेस्ट होता है। कार्डियक अरेस्ट आने का कारण इलेक्ट्रिक इनबैलेंस होता है। इससे दिल धड़कना बंद कर देता है और मरीज को सांस नहीं आती। यदि क्विक इलाज न मिले तो इस समसया से मौत हो सकती है।
कार्डियक अरेस्ट के ये हैं लक्षण- Cardiac Arrest Symptoms
- थकान और कमजोरी का अचानक से महसूस होना।
- कार्डियक अरेस्ट आते ही मरीज अचानक से गिर पड़ता है और कोई प्रतिक्रिया नहीं देता।
- अचानक से दिल की धड़कन का बहुत तेज हो जाना
- बिना मेहनत या काम के भी सांस लंबी लेना या सांस लेने में तकलीफ होना।
- शरीर व दिमाग के अन्य हिस्सों में खून की आपूर्ति का रुक जाना, जिससे मरीज बेहोश हो जाता है।
- पल्स और ब्लड प्रेशर थम जाते हैं।
मरीज को सीपीआर देना शुरू करें। ताकि हार्ट में हरकत हो या झटके साथ वह काम करने लगे।
मरीज को कांशियस में लाने के लिए कोई और प्रयास न करें। सिर्फ सीपीआर ही मदद कर सकता है।
होश में आते ही मरीज को तत्काल अस्पताल पहुंचाएं।
मरीज को कांशियस में लाने के लिए कोई और प्रयास न करें। सिर्फ सीपीआर ही मदद कर सकता है।
होश में आते ही मरीज को तत्काल अस्पताल पहुंचाएं।
सीपीआर देने का जानिए तरीका- Know how to give CPR
1. सीपीआर देने के लिए आपको सबसे पहले मरीज की छाती पर 30 बार दबाव डालना है। अपने दोनों हाथों को एक साथ बांधें और व्यक्ति की छाती के बीच में रखें।
1. सीपीआर देने के लिए आपको सबसे पहले मरीज की छाती पर 30 बार दबाव डालना है। अपने दोनों हाथों को एक साथ बांधें और व्यक्ति की छाती के बीच में रखें।
2. इसके बाद छाती के केंद्र यानी बीच में जोर से तेज धक्का दें। धक्का ऐसा हो, जिससे छाती लगभग एक इंच अंदर की तरफ जाए। इसे आपको एक मिनट में 100 बार की दर से दबाना है। इस दौरान ध्यान रहे कि कंप्रेशन के बीच छाती को पूरी तरह से ऊपर उठने दें। आपको सीपीआर तब तक देते रहना है, जब तक आपके पास मेडिकल सहायता न पहुंच जाए।
कार्डियक अरेस्ट से दूर रहने के उपाय- ways to stay away from cardiac arrest
- खुद को हेल्दी रखने के लिए एक्सरसाइज और बेहतर डाइट लें।
- समय-समय पर अपने हार्ट के स्वास्थ्य को जानने े के लिए ईसीजी कराते रहें।
- ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखें।
- अच्छा आहार लें, जो पौष्टिक हो, कम कार्बोहाइड्रेट और कम कोलेस्ट्रॉल वाला हो।
- शराब और धूम्रपान अगर आप करते हैं, तो आज ही त्याग दें क्योंकि ये हृदय संबंधी परेशानियों को बढ़ाने का काम करते हैं।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।