अगर आपको ऐसा लगता है कि आपका बढ़ा हुआ वेट, दिल की बमारियों से ताल्लुक नहीं रखता तो आप गलत हैं। आपके दिल की बीमारी का पहला बड़ा कारण आपका वेट बनता है। मोटे लोगों में हार्ट अटैक की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए क्योंकि मोटापा के कारण ब्लड कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड, ब्लड प्रेशर और मधुमेह का खतरा बढ़ता है और ये सभी हार्ट अटैक की वजह हैं।
ज्यादा तनाव मतलब ज्यादा खतरा
तनाव का सीधा लिंक आपके दिल से जुड़ा है। ज्यादा तनाव मतलब ज्यादा अटैक के चांसेज। तनाव से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और ये हार्ट अटैक की वजह बन जाता है।
एनर्जी सप्लीमेंट्स या व्हे प्रोटीन जैसे सप्लीमेंट की अधिकता आपको दिल का रोगी बना सकती है। भले ही आप एक्सरसाइज करते हों, लेकिन आप ऐसे सप्लीमेंट्स को लेकर अपनी बॉडी बना रहे तो आपके लिए खतरा दोगुना है, क्योंकि ये कोरोनरी धमनियों में ऐंठन पैदा करता है और इससे अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
स्मोकिंग की लत
फिक्र को धुंए में उड़ाने का आपका ये तरीका आपको हार्ट अटैक दे सकता है। कई रिसर्च बताती हैं कि जरूरी नहीं कि जो चेन स्मोकर हो उसे ही अटैक का खतरा होता है, बल्कि उन लोगों में ये खतरा उतना ही होता है जो कभी काल या दिन में एक सिगरेट ही पीते हैं। सिगरेट पीने वालों को कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा ज्यादा होता है।
शराब और नॉनवेज दो ऐसी चीजें हैं, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का काम करती हैं। अगर कोलेस्ट्रॉल की बीमारी होने के बाद भी इनका सेवना बंद न किया जाए तो यह खतरे का संकेत है।
आरमतलबी
अगर आप 30 प्लस हैं और किसी भी तरह की फिजिकल एक्सरसाइज नहीं करते तो आपके लिए हार्ट अटैक का खतरा दोगुना है। हर दिन कम से कम 45 मिनट की वॉक जरूर करनी चाहिए।
तला-भूना और मिर्च मसाला
केवल हार्ट अटैक ही नहीं, किसी भी बीमारी के लिए तले-भुने और मिर्च-मसाले खतरे का कारण बनते हैं। कोलेस्ट्रॉल, मोटापा और बीपी में ऐसे खानपान का बड़ा योगदान होता है।