क्लोरिनयुक्त पानी के फायदे और सावधानी
पानी को कीटाणुमुक्त करने बनाने के लिए क्लोरीन एक किफायती, प्रभावी और स्वीकार्य कीटाणुनाशक होता है। एक लीटर पानी में केवल दो बूंद क्लोरिनेट की डालनी चाहिए। इससे ज्यादा प्रयोग नुकसानदेह हो सकता है। अगर इससे कम क्लोरिनेट डाला जाए तो पानी की अशुद्धता दूर नहीं होगी और बीमारी की आशंका बनी रहेगी।
पानी को कीटाणुमुक्त करने बनाने के लिए क्लोरीन एक किफायती, प्रभावी और स्वीकार्य कीटाणुनाशक होता है। एक लीटर पानी में केवल दो बूंद क्लोरिनेट की डालनी चाहिए। इससे ज्यादा प्रयोग नुकसानदेह हो सकता है। अगर इससे कम क्लोरिनेट डाला जाए तो पानी की अशुद्धता दूर नहीं होगी और बीमारी की आशंका बनी रहेगी।
पानी में क्लोरीन ज्यादा होने के नुकसान 1. इससे पेट से जुड़ी बीमारियां- उल्टियां और दस्त आदि हो सकते हैं।
2. फेफड़े खराब हो सकते हैं पेट संबंधी विकार भी हो सकते हैं।
3. क्लोरीनीकृत जल पीने वालों में भोजन नली, मलाशय, सीने और गले के कैंसर की समस्या हो सकती है।
4. नैशनल कैंसर इंस्टीटयूट द्वारा प्रकाशित जरनल के अनुसार, लंबे समय तक क्लोरीनीकृत पानी पीने से ब्लैडर कैंसर का खतरा 80 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।
5. वहीं लंबे समय तक अगर क्लोरीनीकृत पानी पीने से यूरेनरी ट्रैककैंसर, उदर, फेफड़ों, मलाशय, दिल की बीमारियां, धमनियों का सख्त होना, एनीमिया, उच्च रक्तचाप और एलर्जी आदि बीमारियां जन्म ले सकती हैं।
6. क्लोरीन हमारी शरीर में प्रोटीन को नष्ट कर देता है और इससे स्किन और बालों पर भी दुष्प्रभाव पड़ते हैं। पानी में क्लोरीन होने से क्लोरोमाईन्स (क्लोरीन के उपचार के बाद पैदा होने वाले किटाणु) बनते हैं, जिससे स्वाद और गंध जैसी समस्याएं जन्म लेसकती हैं।
तो क्लोरिनयुक्ल पानी पीते हैं तो आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
2. फेफड़े खराब हो सकते हैं पेट संबंधी विकार भी हो सकते हैं।
3. क्लोरीनीकृत जल पीने वालों में भोजन नली, मलाशय, सीने और गले के कैंसर की समस्या हो सकती है।
4. नैशनल कैंसर इंस्टीटयूट द्वारा प्रकाशित जरनल के अनुसार, लंबे समय तक क्लोरीनीकृत पानी पीने से ब्लैडर कैंसर का खतरा 80 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।
5. वहीं लंबे समय तक अगर क्लोरीनीकृत पानी पीने से यूरेनरी ट्रैककैंसर, उदर, फेफड़ों, मलाशय, दिल की बीमारियां, धमनियों का सख्त होना, एनीमिया, उच्च रक्तचाप और एलर्जी आदि बीमारियां जन्म ले सकती हैं।
6. क्लोरीन हमारी शरीर में प्रोटीन को नष्ट कर देता है और इससे स्किन और बालों पर भी दुष्प्रभाव पड़ते हैं। पानी में क्लोरीन होने से क्लोरोमाईन्स (क्लोरीन के उपचार के बाद पैदा होने वाले किटाणु) बनते हैं, जिससे स्वाद और गंध जैसी समस्याएं जन्म लेसकती हैं।
तो क्लोरिनयुक्ल पानी पीते हैं तो आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।