सांप के जहर का एक अणु दे सकता है जीवन को सुरक्षा
यदि साइंस पत्रिका मोलेक्युल्स में छपी लेख की मानें तो इसके अनुसार एक सांप जिसका नाम है Jararacussu Pit Viper के जहर के मात्र एक अणु से ही कोरोना वायरस के संक्रमण को आगे बढ़ने से रोका जा सकता है। जो कि इतनी तेज़ी से फ़ैल रहा था जिसको रोकना नमुमकिन सा लग रहा था, लकिन इस सांप के जहर का असर फायदेमंद साबित हुआ है। आगे बताया गया है कि साओ पाउलो यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर और रिसर्च लेखक राफेल ने कहा है कि सांप के जहर का अणु वायरस के बहुत जरूरी प्रोटीन को तेजी से रोकने में सक्षम है।
यदि साइंस पत्रिका मोलेक्युल्स में छपी लेख की मानें तो इसके अनुसार एक सांप जिसका नाम है Jararacussu Pit Viper के जहर के मात्र एक अणु से ही कोरोना वायरस के संक्रमण को आगे बढ़ने से रोका जा सकता है। जो कि इतनी तेज़ी से फ़ैल रहा था जिसको रोकना नमुमकिन सा लग रहा था, लकिन इस सांप के जहर का असर फायदेमंद साबित हुआ है। आगे बताया गया है कि साओ पाउलो यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर और रिसर्च लेखक राफेल ने कहा है कि सांप के जहर का अणु वायरस के बहुत जरूरी प्रोटीन को तेजी से रोकने में सक्षम है।
अध्यन में लिए सांपो को पकड़ना नहीं है जरूरी
साँपों के अणु की बात करें तो ये एक प्रकार का एमिनो एसिड का चेन है। जो शरीर में जाते ही कोरोनावायरस के Plpro नामक एंजाइम से जुड़ सकता है। इसकी सबसे बड़ी खास बात तो ये है कि ये शरीर में किसी और कोशिका को नुकसान भी नहीं पहुंचाता है। और कोरोना वायरस के प्रजनन को बाधित करने की क्षमता भी रखता है। आगे राफेल ने बताया है कि peptide को पहले से ही जीवनरोधी गुणों के लिए जाना जाता है। इसलिए इसे रिसर्च के लिए सांपो को पकड़ना जरूरी नहीं है।
साँपों के अणु की बात करें तो ये एक प्रकार का एमिनो एसिड का चेन है। जो शरीर में जाते ही कोरोनावायरस के Plpro नामक एंजाइम से जुड़ सकता है। इसकी सबसे बड़ी खास बात तो ये है कि ये शरीर में किसी और कोशिका को नुकसान भी नहीं पहुंचाता है। और कोरोना वायरस के प्रजनन को बाधित करने की क्षमता भी रखता है। आगे राफेल ने बताया है कि peptide को पहले से ही जीवनरोधी गुणों के लिए जाना जाता है। इसलिए इसे रिसर्च के लिए सांपो को पकड़ना जरूरी नहीं है।
वहीं बुटान इंस्टिट्यूट के एक पशु चिक्त्सिक Giuseppe Puorto ने बताया है कि, वे ब्राजील के अगल-बगल जरकुस का शिकार करने के लिए बाहर जाने वाले लोगों के लिए गहरी सोंच में हैं। उन शिकारियों को लगता है कि ऐसा करके विश्व को बचा लेंगे। जबकि ये बिलकुल भी सही नहीं है। आगे वे बताते हैं कि ये एक मात्र यही विष ऐसा नहीं है जो कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोक सकता है या कोरोना वायरस का इलाज कर सकता है।
इंसानों पर भी चल रही है प्रयोग की तैयारी
आगे आने वाले समय में ये देखा जाएगा कि सांप का ये जहर इंसानो के लिए कितना बेहतर साबित होगा। जांच से ये भी पता चल जाएगा कि ये वायरस को कोशिका के अंदर प्रवेश को रोकने में कितना कारगर साबित होगा। शोधकर्ता इंसानों की कोशकाओं में इसकी जांच करने के बारे में विचार कर रहे हैं। लेकिन उन्होंने अभी इस बात की कोई समयसीमा नहीं बताई है।
आगे आने वाले समय में ये देखा जाएगा कि सांप का ये जहर इंसानो के लिए कितना बेहतर साबित होगा। जांच से ये भी पता चल जाएगा कि ये वायरस को कोशिका के अंदर प्रवेश को रोकने में कितना कारगर साबित होगा। शोधकर्ता इंसानों की कोशकाओं में इसकी जांच करने के बारे में विचार कर रहे हैं। लेकिन उन्होंने अभी इस बात की कोई समयसीमा नहीं बताई है।
यदि Jararacussu सापों की बात करें जो ब्राजील में पाए जाते हैं तो ये ब्राजील के सबसे लंबे सापों में एक हैं। जिनकी लंबाई लगभग 6 फ़ीट 2 मीटर तक होती है। ये सांप अर्जेंटीना, बोलीविया में भो पाए जाते हैं।