वैज्ञानिकों और सरकारों को पारदर्शी होने की जरूरत
वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (WUHAN INSTITUTE OF VIROLOGY) की डिप्टी डायरेक्टर झेंगली चमगादड़ में पाए जाने वाले कोरोना वायरस पर शोध के लिए जाने जाती हैं। उन्होंने वैज्ञानिकों के राजनीतिकरण पर कहा कि वायरस के शोध के लिए वैज्ञानिकों व सरकारों को पारदर्शी और सहयोगी होने की जरूरत है। वहीं देशों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की बात कही है।
वुहान से वायरस की बात नकारता रहा है चीन
गौरतलब है कि दुनिया में अब तक कोरोना 55 लाख से अधिक संक्रमित हो चुके हैं। वहीं मौतों का आंकड़ा बढ़कर 3.50 लाख के करीब है। कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर चीन-अमरीका के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप व विदेश मंत्री माइकल पोम्पियो कोरोना वायरस के वुहान लैब से फैलने का आरोप लगा चुके हैं। हालांकि चीन और वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी इन आरोपों को निराधार बता चुके हैं।