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बॉडी को डिटॉक्स करना है एक मिथ, यहां जानें क्या है सच्चाई

locationजयपुरPublished: Sep 24, 2018 04:47:29 pm

इन दिनों हैल्थी लिविंग की जब बात आती है तो डिटॉक्स नाम का एक नया टर्म सुनने को मिलता है।

Detox

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इन दिनों हैल्थी लिविंग की जब बात आती है तो डिटॉक्स नाम का एक नया टर्म सुनने को मिलता है। इसके लिए कई नुस्खे बताए जाते हैं, तो कभी इसके फायदे गिनाए जाते हैं। अपने भी सोशल मीडिया या एडवर्टीजमेंट में देखा होगा जिसमें कभी आपको खीरे का रस पीने की सलाह दी जाती है, तो कभी पानी में नींबू, टमाटर और खीरा आदि डाल कर पीने को कहा जाता है। असल में यह आज के समय का सबसे बड़ा मिथ है। डिटॉक्सिंग जैसा कुछ नहीं होता, मेडिकल में ऐसी कोई टर्म नहीं है। हैल्दी रहने के लिए केवल प्रॉपर डाइट और एक्सरसाइज ही काम आएगी।
ट्रेंड के अनुसार यह होता है डिटॉक्सिंग

आपको पहले बताते हैं कि डिटॉक्सिंग का अर्थ क्या है। डिटॉक्सिंग का अर्थ बताया जाता है कि आप अपने सिस्टम से सारी इम्प्योरिटीज को फ्लश करें और अपने ऑर्गेंस को नेचुरल इंग्रीडिएंट्स से साफ करें। इसके जरिए शरीर से तमाम टॉक्सिंस को बाहर निकालने का दावा किया जाता है।
यह है सच

असल में डिटॉक्सिंग सिर्फ एक इंडस्ट्री है जहां लोगों को बनाया जाता है और उन्हें तरह तरह के प्रोडक्ट्स खरीदने को ललचाया जाता है। एक्स्टर यूनिवर्सिटी में कॉम्प्लीमेंट्री मेडिसिन के प्रोफेसर इडजर्ड अर्नेस्ट के अनुसार हमारे शरीर में किडनी, लिवर, स्किन और लंग्स डिटॉक्सिफाइंग का काम दिन रात करते रहते हैं। इसके अलावा हमारे शरीर को डिटॉक्स करने का कोई कारगार तरीका नहीं है। आपका शरीर ही नेचुरल डिटॉक्सिंग मशीन है।
हमारी बॉडी के नेचुरल डिटॉक्सिंग प्रोसेस के अलावा कोई भी डिटॉक्स प्रोग्राम केवल हमारे शरीर के नेचुरल ईकोसिस्टम को डिस्टर्ब करता है। असल डिटॉक्स ट्रीटमेंट केवल डॉक्टर की देखरेख में किया जाता है, वह भी व्यक्ति की ड्रग्स या शराब पीने की लत को रोकने के लिए किया जाता है। यह एक अलग प्रोसेस है।
मिथ – डिटॉक्स से आपके शरीर में ऊर्जा का संचार होता है

सच – असल में ऐसा इसलिए महसूस होता है क्योंकि इस समय आप हैल्दी फूड ले रहे होते हैं और छोटे प्रोपोशंस में खा रहे होते हैं। हैल्दी डायट लेने से आप शरीर में एनर्जी फील करते हैं। एनर्जी फील करना चाहते हैं तो रोजाना एक्सरसाइज करें।
मिथ – डिटॉक्स का मतलब है हैल्दी खाना

सच – असल में ज्यादातर डिटॉक्स प्रोग्राम बैलेंस्ड डायट से बहुत दूर होते हैं। शरीर को हर न्यूट्रिएंट देने के लिए बैलेंस्ड डायट लेना बहुत जरूरी है। अगर आप केवल एक ही तरह का खाना रोज खाते रहेंगे तो हो सकता है कि आपके शरीर को कुछ न्यूट्रिएंट्स अधिक मात्रा में मिलें, जबकि कुछ की कमी हो जाए।
मिथ- डायजेस्टिव सिस्टम के लिए डिटॉक्स है अच्छा

सच – फ्रूट्स और सब्जियों में ज्यादा मात्रा में फाइबर पाया जाता है। अगर आप इन्हें जरूरत से ज्यादा खाने लगते हैं तो इससे ब्लोटिंग, गैस और डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे आपका डायजेस्टिव सिस्टम क्लीन होने की बजाए, बिगड़ जाएगा।
मिथ- डिटॉक्स वजन घटाने के लिए है फायदेमंद

सच – डिटॉक्स डायट से आप लंबे समय के लिए वजन कम नहीं कर सकते। वजन घटाने के लिए सही खाना, सही समय पर खाना, सही मात्रा में खाना और वर्कआउट करना बहुत जरूरी है। फिटनेस के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता।
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