डायबिटीज, ब्लड प्रेशर व हृदय संबंधी रोगों से प्रभावित मरीजों के लिए फैट-फ्री दूध बेहतर है। मोटे लोग जो जिम में घंटों वजन घटाने मेहनत करते हैं, उनके लिए भी फैट-फ्री दूध फायदेमंद है। इससे उन्हें दूध से फैट (वसा) नहीं मिलता शरीर को सभी पोषक तत्त्व जैसे प्रोटीन व कैल्शियम मिलते रहते हैं।
ध्यान रहे
जो लोग शारीरिक श्रम अधिक करते हैं या कमजोर हैं और वजन बढ़ाना चाहते हैं,वे दूध को फैट यानी वसा के साथ लें। बच्चों को फैट यानी मलाई के साथ दूध दें क्योंकि यह उनके शारीरिक विकास में मददगार है।
बरतें सावधानी : दो घंटे बाद करें सेवन, भोजन के दो घंटे बाद गुनगुना दूध पीएं