scriptफिट लाइफस्टाइल से पाएं हाइपरटेंशन से छुट्टी | Fit Lifestyle Get rid of hypertension | Patrika News
बॉडी एंड सॉल

फिट लाइफस्टाइल से पाएं हाइपरटेंशन से छुट्टी

हाई बीपी के दौरान मरीज के शरीर में रक्त का प्रवाह बहुत तेज हो जाता है जिससे हृदय को ज्यादा काम करना पड़ता है। 

जयपुरAug 15, 2017 / 08:04 pm

विकास गुप्ता

Fit Lifestyle Get rid of hypertension

उम्रदराज लोगों में होने वाली हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या अब स्कूल के बच्चों में भी होने लगी है। बिगड़ी लाइफस्टाइल और तनाव की वजह से यह बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है। हाई बीपी के दौरान मरीज के शरीर में रक्त का प्रवाह बहुत तेज हो जाता है जिससे हृदय को ज्यादा काम करना पड़ता है। डॉक्टर्स की मानें तो ओवरवेट बच्चों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है।
ऐसे बढ़ता है ब्लड प्रेशर

हमारी धमनियों में बहने वाले रक्त का एक निश्चित दबाव जब ज्यादा हो जाता है, तो इसे हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं। लगातार उच्च रक्तचाप शरीर को नुकसान पहुंचाता है और कई बार हार्ट तक फेल हो सकता है। निलयी प्रकुंचन के दौरान रक्त को महाधमनी में धकेलने के लिए बाएं निलय के संकुचित होने पर बनने वाला अधिकतम रक्तचाप सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहलाता है। सामान्य स्वस्थ वयस्क का विश्रामावस्था में सिस्टोलिक प्रेशर का परिसर 100 एचजी से 140 मिमी पारे के बीच में रहता है और औसतन 120 मिमी पारे के बीच रहता है।
हाई बीपी के कारण

शारीरिक तौर पर कम सक्रिय होना, सही खान-पान न होना, नमक का ज्यादा सेवन, तनाव, बढ़ती उम्र, आनुवांशिक कारण, मोटापा, धूम्रपान आदि कारण हो सकते हैं।

लक्षण

चक्कर आना, सांस फूलना और थकावट रहना, तनाव होना, नींद न आना, लगातार सिरदर्द होना, सिर के पीछे गर्दन में दर्द, हृदय की धड़कन तेज रहना आदि लक्षण हो सकते हैं।
बचाव

एक्सरसाइज है जरूरी

हार्ट रेट बढ़ाकर और पसीना बहाना बीपी को नियंत्रित करने के लिए अच्छा विकल्प है। जितना ज्यादा एक्टिव रहेंगे या एक्सरसाइज करेंगे हार्ट को उतना ज्यादा ही काम करना पड़ेगा। इससे आसानी से ज्यादा ब्लड पम्प करने की क्षमता बढ़ती है और दिल मजबूत होता है। सिंपल एरोबिक एक्सरसाइज जैसे दौडऩा या रस्सी कूदना भी अच्छा है।

कम करें नमक का सेवन

नमक में उपस्थित सोडियम की अधिक मात्रा शरीर में बॉडी फ्लूड का संतुलन बिगाड़ देती है। ज्यादा मात्रा में फ्लूड की जरूरत पडऩे पर ब्लड पंप करने में हार्ट को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिससे बीपी बढ़ जाता है।
यह भी है रिस्क

किडनी डिजीज

हाई बीपी किडनी के फिल्ट्रेशन सिस्टम को खराब कर सकता है और यूरीन में प्रोटीन की मात्रा जा सकती है। इससे किडनी फेल हो सकती है।

हार्ट डिजीज

हार्ट पर ज्यादा भार बढऩे पर हार्ट की मसल्स भी फेल हो जाती हैं। कोरोनरी आर्टरी डिजीज और दिल की दूसरी कई बीमारी हो सकती है।
हाई बीपी से जुड़े अहम सवाल

ब्लड प्रेशर के नॉर्मल होते ही हाई बीपी की दवा लेनी जरूरी नहीं है?

जवाब : यह सामान्य गलती है जो ज्यादातर लोग करते हैं। हाई बीपी को नियंत्रित करने के लिए लोग लंबे समय तक दवाई लेते हैं और जैसे ही बीपी सामान्य होता है तो दवाइयां लेनी छोड़ देते हैं। वास्तव में हाई बीपी एक गंभीर स्थिति है जिससे बचने के लिए जीवन भर उसकी जांच करवाते रहना और उसे नियंत्रित रखने के लिए दवाइयां लेना जरूरी है।
किसी तरह की परेशानी या बीमारी महसूस नहीं होने का मतलब है कि हाई ब्लड प्रेशर नहीं है?

जवाब : हाई बीपी होने पर आपको तुरंत किसी तरह की बीमारी या परेशानी महसूस नहीं होती है। यह धीरे-धीरे आपके शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचाता है। हार्ट और किडनी फेल होने के अलावा स्ट्रोक व अन्य गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। यही वजह है कि हाई बीपी को साइलेंट किलर कहा जाता है। इसका कोई शुरुआती लक्षण नहीं होता है।
उम्र के बढऩे के साथ यह बीमारी भी बढ़ती है?

जवाब : यह सही है कि उम्र बढऩे के साथ हाई बीपी का रिस्क बढ़ता जाता है लेकिन यह बुढ़ापे की सामान्य प्रक्रिया नहीं है। यह एक गंभीर बीमारी है जिसकी जांच और इलाज जरूरी है। डाइट बदलने और एक्सरसाइज करने से अगर हाई बीपी पर नियंत्रण कर लिया तो अब इस समस्या को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है?

जवाब : ज्यादा वजन कम करके, हैल्दी डाइट और एक्सरसाइज या शारीरिक क्रियाएं बढ़ाकर हाई बीपी से छुटकारा पाया जा सकता है। लेकिन इस लाइफस्टाइल हमेशा फॉलो करने के साथ ही समय-समय पर बीपी की जांच करवाते रहना भी जरूरी है क्योंकि हाई बीपी की प्रॉब्लम दोबारा भी हो सकती है।
नमक कम करने से हाई बीपी को कम किया जा सकता है?

जवाब : नमक के जरिए ही हाई बीपी को नियंत्रित रख पाना मुश्किल है। खाने में भले ही नमक का सेवन कम करें लेकिन प्रोसेस्ड फूड जैसे सॉस, सूप, पैकेज्ड फूड आदि में सोडियम की मात्रा होती है। डाइट के अलावा और भी कई चीजों का ध्यान रखना होगा।
हाई बीपी की समस्या पर बचा नहीं जा सकता?

जवाब: लाइफस्टाइल में बदलाव कर इससे आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। रोजाना एरोबिक्स एक्सरसाइज और जरूरी होने पर दवा लेना समाधान है। तनाव और कैफीन की मात्रा कम करने से हाई बीपी नहीं होगा?

जवाब: कैफीन सिर्फ टेम्पररी तौर पर बीपी बढ़ाता है और तनाव कम करके पूरी तरह से हाइपरटेंशन से मुक्ति पाना मुश्किल है। दरअसल हाइपरटेंशन कम करने में कई चीजों का नियमित और नियंत्रित होना जरूरी है।

Home / Health / Body & Soul / फिट लाइफस्टाइल से पाएं हाइपरटेंशन से छुट्टी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो