कान में होने वाले इन्फेक्शन होने की वजह
- कान की समय-समय पर साफ़-सफाई न करना।
- बहुत अधिक ईयरबड्स का इस्तेमाल करना।
- सर्दी-जुकाम की समस्या का सही इलाज न करना।
- इयरफ़ोन का ज्यादा इस्तेमाल।
- सिर में डैंड्रफ का लगातार बने रहना।
- स्वीमिंग या नहाते समय कान में पानी जाने से नमी बने रहना।
- गले या नाक में हुए किसी बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण।
ईयर इंफेक्शन मध्य कान में होता है, इसलिए बाहर से ये नजर नहीं आता, लेकिन भारीपन, रह-रह कर तेज दर्द या टबकन से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। बार-बार इंफेक्शन होने से कान से सुनाई देना कम होने लगता है या कान में हवा आदि के संपर्क में आने से परेशानी होती है।
छोटे बच्चों में इसके लक्षण
- बच्चे बार-बार हाथ कान पर ले जाते हैं और रोते रहते हैं।
- सोने में दिक्कत होती है या अचानक से चिल्ला पड़ते हैं।
- बच्चे का बहुत ज्यादा चिड़चिड़ा होना
- भूख न लगना , तेज बुखार होना।
- कान से फ्ल्यूड निकलना।
सबसे पहले तो कान में जब भी समस्या हो, उसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से दिखाएं। अगर तेज दर्द हो रहा तो दर्द निवारक दवा ले सकते हैं और उसके बाद डॉक्टर के पाए जाएं। कुछ घरेलू उपाय भी तुरंत आराम दिलाने और इंफेक्शन दूर कने में कारगर होते हैं।
नीम की पत्तियां क रस- कान में इंफेक्शन को दूर करने के लिए नीम की पत्तियों का इस्तेमाल करें। नीम की पत्तियों एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल होते हैं जो संक्रमण को रोकते हैंं। बेल के पेड़ की जड़-इन्फेक्शन से होने वाले कान के दर्द में बेल के पेड़ की जड़ काम आती है। इसके लिए बेल के पेड़ की जड़ को नीम के तेल में डुबोकर उसे जला दें। जलने पर इसमें से जो तेल गिरे उसे कान में डालें। ऐसा करने से आपको कान के इन्फेक्शन और इन्फेक्शन की वजह से होने वाले दर्द में भी फायदा मिलेगा।
सेब के सिरके- सेब के सिरका कान में दर्द की समस्या को दूर करने में मददगार होता है। इस विनेगर में बैक्टीरिया को मारने का गुण होता है। हल्के गुनगुने पानी में बराबर की मात्रा में एप्पल साइडर विनेगर मिला लें और इसे कान में एक से दो बूंछ आलों। आराम मिलेगा।
हेयर ड्रायर का यूज-कान में नमी से फंगल इंफेक्शन हेा गया हो तो हेयर ड्रायर को कान के पास ले जाएं और इसकी गर्म हवा को कान के अंदर जाने दें। इससे कान की नमी कम होगी और इंफेकशन जलदी सही होगा। याद रखें गर्म हवा सहने लायक होनी चाहिए।
डिस्क्लेमर - आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।