बाजार में मिलने वाली मंहगी मिठाईयां सिल्वर फॉयल के साथ पेश की जाती है। लेकिन आजकल नकलची सिल्वर की महंगाई के चलते एल्युमिनियम फॉयल में मिठाई लपेटकर देते हैं। जो सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती है। एल्युमिनियम फॉयल से कई गंभीर बीमारियों के होने का खतरा ज्यादा होता है। यदि आप इसकी सही पहचान करना चाहते है तो फॉयल के कुछ अंश को उंगली में रखें यदि चिपक जाए तो उससे सावधान हो जाएं।
इसके अलावा दोनों फॉयल का अंतर देखना चाहते हैं तो आप फॉयल को चम्मच में लेकर गर्म करें, सिल्वर फॉयल गरम होते ही चमकदार दाने के रूप में बदल जाएगा जबकि एल्युमिनियम फॉयल ग्रे कलर का हो जाएगा।
मिठाई खरीदने से पहले इस बात पर अवश्य ध्यान दें कि उसकी महक किस तरह की है। यदि यह बासी है, तो इसका स्वाद खट्टा होगा और इससे तीखी गंध निकलेगी। यदि आप खोया का सही पहचान करना चाहते है तो इसके लिए थोड़ा सा खोया अंगूठे पर लगाकर चेक करें। अगर यह शुद्ध है, तो यह घी के जैसे सुगंध देगा।
इसके अलावा मावा की सही पहचान करने के लिए आप मावा में थोड़ा शक्कर मिलाएं और उसे गर्म करें। अगर मावा से हल्का- हल्का पानी निकलने लगे तो समझ जाइये कि यह नकली है। उसमें मिलावट है। ऐसे मावा का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें जो सेहत को भारी नुकसान पहुंचा सकता है।
आज के समय में मिठाई या कच्चे माल में डिटरजेंट का इस्तेमाल काफी हो रहा है। यदि आप मिठाई खरीद रहे हैं तो इसकी सही पहचान करने के लिए आप उस मिठाई का चूरा बना लें और पानी में मिलाकर उस मिश्रण को कुछ देर तक हिला दें। अगर उसमें से झाग निकलने लगे तो समझ जाइए कि मिठाई में डिटरजेंट का इस्तेमाल किया गया है।
मिठाई खरीदने का सबसे अच्छा तरीका ये है कि आप ब्रांडेड मिठाई ले। और इस बात का खास ख्याल रखें कि मिठाई के पैकेट पर FSSAI का लोगो के साथ लाइसेंस नंबर का होना काफी जरूरी है। इसके साथ ही उसकी एक्सपायरी डेट, बैच नंबर, इनग्रेडिएंट की लिस्ट और न्यूट्रिशिनल इनफॉरमेशन जरूर चेक करें।