किसी को भी हो सकती दिक्कत, बचाव ही इलाज
सर्दियों में तेज हवा, बढ़ती हुई ठंड, दिन में गर्मी रात को सर्दी जैसा तापमान बीमारी की मुख्य वजह है। ऐसे में शरीर का संतुलन बनाए रखने के लिए खानपान के साथ ठंड से बचाव का पूरा इंतजाम रखना चाहिए। हर उम्र का व्यक्ति इसकी चपेट में आ सकता है। ऐसे में सेहत का विशेष ख्याल रखने के साथ दिनचर्या पर अधिक ध्यान देना होता है जिससे बीमारियों से बचाव संभव है। जिन लोगों को जिस चीज से एलर्जी है वे उससे पूरा बचाव करें। सर्दियों में अस्थमा अटैक 80 फीसदी बढ़ जाता है। ऐसे में जिनके परिवार में पहले से अस्थमा का रोगी है उसका पूरा खयाल रखने के साथ अपना भी ख्याल रखना चाहिए
चिल्ड चीजों के खाने का ट्रेंड
सर्दियों में आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक, दही और अन्य दूसरी चीजें खाने का ट्रेंड हो रहा है। ऐसे में इनसे परहेज किया जाए तो बीमारियों से बचा जा सकता है। बच्चों का खास खयाल रखना चाहिए जिससे उनकी इम्युनिटी कमजोर न हो सके। पूरे कपड़े पहनाने के साथ उनके खानपान पर अधिक ध्यान देना चाहिए। बच्चे की उम्र पांच साल से कम है तो उसे ठंडे पानी से नहलाने की बजाए कपड़ा गीला कर उससे पोंछ दें। धूप में उसे जरूर थोड़े समय खेलने देना चाहिए।
घर में भी हैं इम्यूनिटी बूस्टर चीजें
सर्दियों में बीमारियों से बचाव के लिए च्यवनप्राश और अन्य तरह के आयुर्वेदिक पाउडर इम्युनिटी बूस्टर का काम करते हैं जिसका प्रयोग डॉक्टरी सलाह पर ही लिया जा सकता है। खाने में हल्दी, लहसन, अदरक, जीरा, अजवाइन का प्रयोग अधिक किया जाए तो समस्या से बचा जा सकता है। पांच से सात बादाम रोज सुबह खाया जाए तो फायदा होगा। इसके अलावा काजू, अखरोट भी खा सकते हैं।
ये उपाय भी कारगर
शरीर की मालिश बादाम के तेल से करने के साथ गुनगुना कर नाक में डालने से फायदा होता है। तिल्ली के तेल से सीने की मालिश की जाए तो शरीर गरम होता है। कच्ची हल्दी को जलाकर उसका धुंआ सूंघने से खांसी खत्म हो जाती है। गरम दूध में हल्दी मिलाकर पीने से खांसी बलगम ठीक रहता है।
-डॉ. प्रभात वर्धन, आयुर्वेद विशेषज्ञ, जयपुर