आयरन ऐसा तत्व है जिसकी कमी अमूमन सभी में होती है, खासकर बच्चों और महिलाओं में। शरीर में आयरन कम होने का संकेत शरीर कई तरह से देता है। तो चलिए जानें किन संकेतों या बीमारी की वजह आयरन की कमी है।
आयरन का शरीर में काम क्या है?-what is the function of iron in the body?
आयरन वो आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व है जो शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण करता और रेड ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन बनता है जो पूरे शरीर में फेफड़ों से ऑक्सीजन पहुंचाती हैं। वहीं, ये शरीर के विकास के लिए भी जरूरी होती है। मां में अगर आयरन या हीमोग्लोबिन कम होता है तो शिशु का विकास सही नहीं होता और उसमें शारीरिक और मानिसक विकार हो सकते हैं।
आयरन वो आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व है जो शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण करता और रेड ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन बनता है जो पूरे शरीर में फेफड़ों से ऑक्सीजन पहुंचाती हैं। वहीं, ये शरीर के विकास के लिए भी जरूरी होती है। मां में अगर आयरन या हीमोग्लोबिन कम होता है तो शिशु का विकास सही नहीं होता और उसमें शारीरिक और मानिसक विकार हो सकते हैं।
आयरन की कमी के शरीर में दिखने वाले लक्षण- symptoms seen in the body of iron deficiency शरीर में आयरन की कमी के संकेत कई तरह से मिलते हैं। अगर नीचे लिखे संकेत में दो या तीन लक्षण आपकी समस्या से मैच करें तो अपने आयरन की जांच करा लेनी चाहिए।
1 थकान (Fatigue)
क्या आप हर समय थका हुआ महसूस करते हैं। वह भी तब जब आपने कोई शारीरिक श्रम न किया हो। वहीं, अगर थोड़ा सा काम कर के भी आप बहुत अधिक थकान महसूस कर रहे तो ये आयरन की कमी का संकेत हो सकता है। आयरन की कमी से एनीमिया होता है और एनिमिया शरीर को अंदर से खोखला करने लगता है। कई शारीरिक दिक्कतों का कारण एनिमिया होता है और एनिमिया लंबे समय तक रहे तो ये जानलेवा भी हो सकता है।
क्या आप हर समय थका हुआ महसूस करते हैं। वह भी तब जब आपने कोई शारीरिक श्रम न किया हो। वहीं, अगर थोड़ा सा काम कर के भी आप बहुत अधिक थकान महसूस कर रहे तो ये आयरन की कमी का संकेत हो सकता है। आयरन की कमी से एनीमिया होता है और एनिमिया शरीर को अंदर से खोखला करने लगता है। कई शारीरिक दिक्कतों का कारण एनिमिया होता है और एनिमिया लंबे समय तक रहे तो ये जानलेवा भी हो सकता है।
2 नाखूनों का टेढ़ा होना यानि कोइलोनीचिया (Curly nails ie koilonychia) अगर आपके नाखून टेढ़े-मेढ़े, कमजोर या काले पड़ रहे तो ये कोइलोनीचाया बीमारी का कारण होता है। ये बीमारी भी आयरन की कमी के कारण ही होती है।
3 सांस फूलना ( Breathlessness)
3 सांस फूलना ( Breathlessness)
शरीर में आयरन की कमी के बाद सबसे पहले हीमोग्लोबिन की कमी होने लगती है। इसी के कारण आपको बार-बार सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। 4 आंख और स्किन का पीला होते जाना (pale skin)
आंख और स्किन का पीला होना केवल लिवर की खराबी ही नहीं, आयरन की कमी का गंभीर संकेत भी बताी है। आयरन की कमी से स्किन निसतेज और पीली नजर आने लगती है।
आंख और स्किन का पीला होना केवल लिवर की खराबी ही नहीं, आयरन की कमी का गंभीर संकेत भी बताी है। आयरन की कमी से स्किन निसतेज और पीली नजर आने लगती है।
5 सीने में दर्द, तेज़ दिल की धड़कन, या सांस लेने में समस्या अगर शरीर में आयरन की लगातार कमी बनी रहे तो सीने मे ंदर्द के साथ दिल की धड़कन का अचानक तेज होना या सांस लेने में दिक्कत जैसी परेशानी भी होने लगती है। ऐसे बार-बार होने लगे तो सचेत हो जाएं।
6 सिरदर्द, चक्कर आना
चक्कर , सिर दर्द बने रहना या घबराहट भी आयरन की कमी का संकेत है। अगर बिना बात दिल घबराएं तो आयरन टेस्ट करा लेना चाहिए। 7 हाथ पैर ठंडे पड़ना
चक्कर , सिर दर्द बने रहना या घबराहट भी आयरन की कमी का संकेत है। अगर बिना बात दिल घबराएं तो आयरन टेस्ट करा लेना चाहिए। 7 हाथ पैर ठंडे पड़ना
अगर शरीर आपका सामान्य है,लेकिन हाथ अैर पैर बार-बार ठंडे हो जाते हैं या हमेशा ठंडे रहते हैं ताे ये आयरन की कमी का लक्षण है। 8 भूख न लगना-
एनिमिया या आयरन की कमी में भूख पर भी असर दिखता है। आयरन की कमी से भूख लगना एकदम बंद हो जाती है या जरा सा खा कर भी लता है है पेट फुल हो गया है।
एनिमिया या आयरन की कमी में भूख पर भी असर दिखता है। आयरन की कमी से भूख लगना एकदम बंद हो जाती है या जरा सा खा कर भी लता है है पेट फुल हो गया है।
फूड्स जो आयरन के बेहतरीन स्रोत हैं- Iron rich food हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, और ब्रोकली।अपने आहार में फलियां (जैसे बीन्स, दाल, छोले, सोयाबीन और मटर) शामिल करें।डार्क चॉकलेट क्रेविंग को शांत करने और आपके आयरन के स्तर को ऊपर उठाने के लिए सबसे अच्छे उपाय के रूप में काम करती है।फ्लैक्स, कद्दू और चिया जैसे बीज आयरन, जिंक और फोलेट से भरपूर होते हैं।मेवा और सूखे मेवे जैसे मूंगफली, अखरोट, पिस्ता, बादाम और काजू।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।