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जापानी कंपनी ने दिया था आइडिया, अब वॉक का बना पैमाना

रोजाना 30 मिनट की सैर, लिफ्ट के बजाय सीढिय़ों का चढऩा। प्रवेश द्वार से दूर पार्किंग स्थल का चयन करना, अपने बच्चों को स्कूल लाना, ले जाना। ये सभी कार्य करने से हमारे कदमों की संख्या बढ़ सकती है।

जयपुरApr 12, 2019 / 12:50 pm

Jitendra Rangey

जापानी कंपनी ने दिया था आइडिया, अब वॉक का बना पैमाना

10 हजार कदम रोजाना, ऐसे करें मैनेज
रोज आप कितने कदम चलते हैं उसको गिने। धीरे-धीरे अपनी गतिविधि को बढ़ाएं। अपने कदमों को एक साथी या ऐप के माध्यम से भी गिना जा सकता है। रोजाना 30 मिनट की सैर, लिफ्ट के बजाय सीढिय़ों का चढऩा। प्रवेश द्वार से दूर पार्किंग स्थल का चयन करना, अपने बच्चों को स्कूल लाना, ले जाना। ये सभी कार्य करने से हमारे कदमों की संख्या बढ़ सकती है। रोज 10,000 कदम चलना इंस्टाग्राम का लोकप्रिय हैशटैग है। पेडोमीटर कदमों पर नजर रखता है। सेलिब्रिटी ट्रेनर हार्ले पास्टर्नक हर दिन कदम गिनने की सलाह देते हैं। उनके अनुसार हमें 10,000 कदम रोज चलने चाहिए। हर दिन कितना चलना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है इसको लेेकर वैज्ञानिक अनुसंधान हुए हैं। 1965 में एक जापानी पेडोमीटर जिसका नाम मनपो-केई (10,000 कदम मीटर) था। इसके विज्ञापनों में कहा गया ‘चलो चलते हैं एक दिन में 10,000 कदम। पचास साल बाद वयस्कों को एक दिन में 10,000 कदम चलना चाहिए एक मानक बन गया है। 2011 में अंतरराष्ट्रीय जर्नल ऑफ बिहेवियरल न्यूट्रिशन एंड फिजिकल एक्टिविटी में प्रकाशित एक शोध समीक्षा के अनुसार 10,000 कदम सभी उम्र व ***** के लिए उपयुक्त नहीं हैं, लेकिन इसे वयस्कों के लिए एक उचित लक्ष्य माना जाता है। अधिकांश अमरीकी प्रतिदिन 4,000 से 6,000 कदम चलते हैं। यदि तीस मिनट व्यायाम के जोड़ते हैं, तो यह 3,000 से 4,000 कदम होता है। ऐसे में सात से आठ हजार कदम उनकी फिटनेस के लिए पर्याप्त नहीं है। रोज 10,000 कदम चलने से अवसाद नहीं होता, हृदय सही काम करता है। ब्लड प्रेशर ठीक रहता है। ग्लूकोज के स्तर में सुधार होता है, साथ ही अन्य कई बीमारियों के होने का अंदेशा भी नहीं रहता। फिटनेस भी ठीक बनी रहती है।
एक मिनट में चलें 100 कदम
विंडो शॉपिंग करते समय चलने व ब्रिस्क वॉक कर 10,000 कदम चलना, दोनों में अंतर होता है। हालांकि पेडोमीटर दोनों समय कदमों की संख्या को समान रूप से गिनता है लेकिन शरीर ऐसा नहीं करता है। कदमों को तीव्रता (तेज चलना व सामान्य गति) और चाल (प्रति मिनट कदम की संख्या) दोनों पर ध्यान देना चाहिए। सेहतमंद रहने के लिए प्रति मिनट कम से कम 100 कदम चलने का लक्ष्य रखें। अपने फोन पर टाइमर का उपयोग करें।
कदमों पर नजर
युवा चाहे स्त्री हो या फिर पुरुष दोनों के लिए ही एक दिन में दस हजार कदम चलना जरूरी है। सुबह-शाम ब्रिस्क वॉक फायदेमंद होती है। जंक फूड और लाइफ स्टाइल के कारण बच्चों मेें मोटापे की समस्या बढ़ रही है। ऐसे में बच्चों के लिए खेलना जरूरी है। इससे उनमें स्फूर्ति बनी रहती है। बुजुर्गों (65 से ऊपर) को अपनी क्षमता के अनुसार चलना चाहिए। यदि उन्हें किसी तरह की कोई बीमारी है तो विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार चलना चाहिए।
विशेषज्ञ की राय
हार्ट
प्रतिदिन 10,000 कदम चलने से हृदय की कार्य क्षमता बढ़ती है। इससे हृदय सामान्य रहेगा और थकान भी नहीं होगी।
डायबिटीज
खाने में ग्लूकोज होता है। चलने से ग्लूकोज पच जाता है और यूरिन में से नहीं निकलता है। ब्लड प्रेशर भी सामान्य रहता है।
हड्डी
हड्डियों के लिए कैल्शियम जरूरी है। चलने से कैल्शियम बढ़ता है और हड्डियां मजबूत होती है।
डॉ. रमन शर्मा, वरिष्ठ फिजिशियन

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