दर्द से राहत के लिए
दर्द से राहत के लिए लंबे समय तक एक ही स्थिति में न बैठें। रक्त का प्रवाह बनाए रखने के लिए बीच-बीच में अपने शरीर में खिंचाव लाएं। शारीरिक गतिविधियां जैसे घूमना और जॉगिंग करना महत्त्वपूर्ण है। व्यायाम से शरीर का तापमान बढ़ता है व घुटनों में रक्तसंचार बना रहता है।
जोड़ों के दर्द में रोगियों के लिए नियमित व्यायाम बेहतर है। इससे प्राकृतिक रूप से पेनकिलर एंडोर्फिन स्त्रावित होता है। ये वजन घटाकर मांसपेशियों में मजबूती-लचीलापन बढ़ाता है। सर्दियों में जोड़ों के दर्द से बचाव के लिए मसाज थैरेपी का सहारा लिया जा सकता है। इसे प्रशिक्षित फिजियोथैरेपिस्ट से कराएं वर्ना जोड़ों को नुकसान भी हो सकता है। लगातार दर्द होने पर सिर्फ पेनकिलर न लें,डॉक्टर से संपर्क करें। कभी-कभी होने वाले घुटनों के दर्द का सही इलाज कराएं क्योंकि ऐसा न करने से दर्द गंभीर भी हो सकता है।
जोड़ों के दर्द का घरेलू उपचार
लहसुन के सेवन से जोड़ों के दर्द में काफी आराम मिलता है। विशेषज्ञ भी मानते हैं कि प्याज और लहसुन में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो जोड़ों के दर्द में फायदेमंद होते हैं। इनके नियमित सेवन से जोड़ों के दर्द की शिकायत होने का खतरा काफी कम हो जाता है। विटामिन ई जोड़ों के दर्द के लिए बहुत फायदेमंद होता है। खासतौर पर बादाम में पाया जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड सूजन और गठिया के लक्षणों को कम करने में मददगार होता है।
बादाम के अलावा मछली और मूंगफली में भी पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। पपीते में बड़ी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। विटामिन सी न केवल इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है और ये जोड़ों की सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है। एक गिलास पानी में एप्पल साइडर विनिगर मिलाकर पीने से जोड़ों के दर्द में फायदा मिलता है। इसके अलावा ब्रोकली खाने से भी गठिया में आराम मिलता है। ब्रोकली में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो जोड़ों की सेहत लंबे समय तक बरकरार रखते हैं।