लासा नाम का वायरस फैलाता है ये बीमारी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार लासा फीवर, एक्यूट वायरल हैमोरेजिक फीवर होता है। यह लासा नाम के वायरस के कारण फैलता है। मनुष्य में यह वायरस आमतौर पर अफ्रीकी मल्टीमैमेट चूहों से आता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार लासा फीवर, एक्यूट वायरल हैमोरेजिक फीवर होता है। यह लासा नाम के वायरस के कारण फैलता है। मनुष्य में यह वायरस आमतौर पर अफ्रीकी मल्टीमैमेट चूहों से आता है।
लासा फीवर और कोविड-19 के लक्षण आपसे में मेल खाते हैं। इसमें मरीज को तेज बुखार, हाथ पैर में दर्द, सिर में दर्द, पेट में दर्द, खांसी, के साथ डायरिया भी हो जाती है। लासा फीवर के गंभीर मरीजों के नाक व मुंह से खून, फेफड़ों में पानी, चेहरे पर सूजन जैसे कई समस्या आती है। हालांकि इसमे सबसे खतरनाक बात यह है कि 80% में इसके कोई भी लक्षण दिखाई नहीं देते हैं।
लासा फीवर से बचाव के तरीके
लासा फीवर बीमारी अफ्रीकी मल्टीमैमेट चूहों से फैलती है। इससे बचने के लिए खाने पीने वाली चीजों को अच्छे से धक के रखे जिससे खाने पीने वाली चीजे चुहों के संपर्क में न आए। इसके साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे।
लासा फीवर बीमारी अफ्रीकी मल्टीमैमेट चूहों से फैलती है। इससे बचने के लिए खाने पीने वाली चीजों को अच्छे से धक के रखे जिससे खाने पीने वाली चीजे चुहों के संपर्क में न आए। इसके साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे।