आयुर्वेद के अनुसार गोल्डन मिल्क सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है। इस दूध का मुख्य तत्त्व हल्दी है जो एंटीसेप्टिक और दर्दनिवारक है। इस दूध को बनाने के लिए २०० एमएल दूध में आधी चम्मच हल्दी (घर में पिसी हुई), आधा चम्मच नारियल का तेल, एक ग्राम त्रिकाटू चूर्ण (सौंठ, कालीमिर्च व पिप्पली), एक चुटकी दालचीनी का पाउडर और एक छोटी इलायची के बीज के पाउडर को मिलाकर १० मिनट तक उबालें। इसके बाद इसे छान लें। मीठे के लिए इसमें गुड़ या शहद मिलाएं। सुबह-रात आधा-आधा गिलास इसे पी सकते हैं। इससे किसी भी प्रकार के संक्रमण और त्वचा रोग दूर होंगे। जिन्हें एसिडिटी ज्यादा रहती है वे इसमें हल्दी-त्रिकाटू चूर्ण की मात्रा कम कर नारियल तेल की जगह घी उपयोग में ले सकते हैं। जिन्हें लेक्टोस इंटॉलरेंस की समस्या है वे हल्दी, तेल, दालचीनी पाउडर, इलायची का पेस्ट बनाकर गोल्डन-टी बनाएं और इसे पीएं।