स्वास्थ्य अधिकारी स्थिति की समीक्षा करने पहुंचे
हालात की गंभीरता को देखते हुए गुजरात स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल और कच्छ जिला प्रभारी मंत्री प्रफुल पंसेरिया लाखपत गांव का दौरा करेंगे। वे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर बुखार (Fever) के मामलों की समीक्षा करेंगे और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे।
Mysterious fever Outbreak in Kutch : स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच जारी
स्वास्थ्य विभाग ने संदिग्ध मामलों के सैंपल पुणे भेजे हैं, ताकि बुखार (Fever) के कारणों की अधिक जानकारी जुटाई जा सके और स्वास्थ्य स्थिति को सुधारने के उपाय किए जा सकें। रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) बुखार के संभावित कारणों की जांच कर रही है, हालांकि कुछ लक्षण प्नेमोनाइटिस से मेल खाते हैं।
जानवरों से फैलने वाली बीमारियों का खंडन
पशुपालन विभाग ने ज़ूनोटिक बीमारियों को खारिज कर दिया है, जबकि सभी मृतक जात मलधारी जनजाति के सदस्य थे, जो गुजरात के शुष्क क्षेत्रों में निवास करते हैं।
यह भी पढ़ें-Malaria और Dengue का काल हैं ये हरी पत्तियां, तेज से तेज बुखार को उतारने में है कारगर संक्रामक रोगों का खतरा कम
गुजरात सरकार ने राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) से सैंपल्स का परीक्षण करने के लिए कहा है, जिसमें क्राइमियन-कांगो हेमोरेजिक बुखार (सीसीएचएफ), स्क्रब टाइफस, चांदीपुरा वेसिकुलोवायरस (सीएचपीवी), जापानी इन्सेफेलाइटिस, और प्लेग जैसी बीमारियों को शामिल किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रामक रोगों के प्रकोप को खारिज किया है, क्योंकि क्लस्टर संक्रमण की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
प्राथमिक स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट
स्वास्थ्य सर्वेक्षण के दौरान पहचाने गए 27 संपर्क और लक्षणात्मक व्यक्तियों में से केवल दो मामलों में फाल्सीफेरम मलेरिया, दो मामलों में स्वाइन फ्लू और एक मामले में डेंगू पाया गया है। इस समय बुखार (Fever) की स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।