कबूतर के बीट से लंग को तो खतरा, 100 मीटर के दायरे से गुजरने वाले लोगों को हो सकती हैं 200 प्रकार की डिजीज
नोएडा। कबूतर पालने वालों के लिए बैड न्यूज है। जी हां, अगर आप कबूतर पालने या उनकी सेवा करने की शौकीन हैं तो बता दें कि इनकी बीट से निमोनाइटिस यानी लंग्स डिजीज होने का खतरा है। ऐसा इसलिए क्योंकि इनकी बीट से हाइली सेंसेटिव निमोनाइटिस फैलती है, जो सीधे आपके लंग को खतरा पहुंचा सकती है। यहां तक कि इससे आपको अस्थमा होने का भी डर है।
एलर्जी और लंग्स डिजीज का है खतरा आपको बता दें कि कबूतर के संपर्क में आने वाले को एलर्जी होने का खतरा है साथ ही इससे लंग्स डिजीज का खतरा भी बढ़ सकता है। हालांकि विदेशों में हुई इस पर स्टडी में यह बात पहले ही साबित हो चुकी है कि कबूतर के बीट से निमोनाइटिस यानी लंग्स डिजीज का खतरा है, लेकिन अब इंडिया में भी इस पर स्टडी शुरू कर दी गई है। पिजन बीट के एंटीजन जांच में दो से तीन एलर्जी के मरीज पटेल चेस्ट की ओपीडी में भी पॉजिटिव पाए गए हैं। कबूतर की बीट के 100 मीटर के दायरे से गुजरने वाले लोगों को भी यह डिजीज हो सकती है।
200 से अधिक टाइप की एलर्जी होने का है खतरा डॉक्टर अवनीष ने बताया कि विदेश में हुई स्टडी से यह साफ हो चुका है कि कबूतर की बीट से लंग्स डिजीज का खतरा है। इसलिए लोगों को इस बारे में जानना जरूरी है। उन्होंने कहा कि डस्ट, पॉल्यूशन, पालतू जानवर, कबूतर और कीड़ों के बीट आदि से अलग-अलग तरह के 200 से अधिक टाइप की एलर्जी होती हैं। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो यह एलर्जी आगे बढ़कर अस्थमा का कारण बन सकती है। आपको बता दें कि शहर में 30 पर्सेंट लोग किसी न किसी एलर्जी से जूझ रहे हैं। जिसका खुलाया एक स्टडी में किया गया है।