168 देशों के लोगों का अध्ययन
अपने अध्ययन को ज्यादा सटीक और वास्तविकता के करीब रखने के लिए अनुसंधान दल ने परीक्षण में 168 देशों के लोगों की सामान्य दिनचर्या और शारीरिक सक्रियता की जांच की। टीम ने हर साल मरने वाले लोगों में से शारीरिक सक्रियता की कमी के चचलते होने वाली मृत्यु का आंकड़ा भी निकाला। इससे उन्हें इस मामले में मौतों के अनुपात को रोकने में काफी मदद मिलेगी क्योंकि परीक्षण के निष्कर्ष को पढ़कर लोग पहले से ज्यादा खुद को शारीरिक रूप से सक्रिय रखने को प्रेरित होंगे।
150 मिनट की गतिविधि जरूरी
डॉ. केली और उनके सहयोगियों ने 168 देशों के लिए पहले से प्रकाशित लोगों के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों का विश्लेषण किया। आबादी के अनुपात पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली एरोबिक गतिविधि करने का सुझाव दिया है। अगर 150 मिनट व्यायाम या हल्की वर्जिश करना संभव नहीं हो तो कम से कम 75 मिनट की हाई-इन्टेंसिटी वाली एक्क्सारसाइज या कोई भी दूारी शारीरिक गतिविधिए करनी चाहिए। अगर व्यायाम करने का मन नहीं है तो क्यारी खोदना, खेत में काम करना या पसीना निकल सके इतना श्रम घर के किसी भी काम के द्वारा अवश्य करें। डॉ. केली का कहना है कि शारीरिक रूप से निष्क्रिय लोगों की तुलना में सक्रिय लोगों के जल्दी मरने का जोखिम बहुत कम हो जाता है।
15 फीसदी घट जाता है मृत्यु का जोखिम
एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि वैश्विक स्तर पर फिजिकल एक्टिविटीज के कारण समय से पहले होने वाली मौतों की संख्या औसतन 15 प्रतिशत कम थी। वहीं बात करें सक्रिय महिलाओं की तो यह क्रमश: 14 प्रतिशत और पुरुषों के लिए 16 प्रतिशत थी जो दुनियाभर में सालाना करीब 39 लाख लोगों की जान बचा सकती है।