शोधकर्ताओं का मानना है कि किडनी के मरीजों को इसके सेवन से नुकसान की संभावना अधिक रहती है…
जिन लोगों की किडनी कमजोर है या फिर वे किसी किडनी के विकार से परेशान हैं, तो उन्हें प्रोटीन वाला आहार सोच-समझ कर लेना चाहिए
नय़ा शोध कहता है कि मांसयुक्त आहार से असाध्य किडनी रोग से पीडि़तों की किडनी फैल्यर का खतरा तिगुना हो जाता है। अध्ययनकर्ताओं ने सलाह दी है कि ऐसे रोगी कम मांसाहार करें।
अमरीकन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी नामक जर्नल के आगामी अंक में प्रकाशित होने वाले अध्ययन में डाइटरी एसिड का असर किडनी पर प्रस्तुत किया गया है
ताजा अध्ययन क्रोनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) के रोगियों पर किया गया था। शोधार्थियों ने ऐसे रोगियों के आहार में अधिक मांस तथा कम मांस सेवन के आधार पर आकलन किए और नतीजों में कहा कि कम मात्रा में मांसयुक्त आहार लेने वाले क्रोनिक किडनी डिजीज के पीडि़तों की तुलना में अधिक मात्रा में मांसयुक्त डाइट लेने वालों की किडनी फेल होने की संभावना तीनगुनी अधिक होती है।
रिस्क को कम करने के लिए अध्ययनकर्ताओं ने मरीजों को अपने आहार में मांस को सीमित करने तथा अधिक से अधिक फल तथा सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी है, जो किडनी को फेल होने से रोक सकें। यह रिसर्च कैलिफॉर्निया विश्वविद्यालय की ओर से किया गया है, जिसमें 1486 सीकेडी के रोगियों के स्वास्थ्य को परखा गया।
अध्ययनकर्ताओं ने देखा कि डाइटरी एसिड की उच्च मात्रा से किडनी के काम बंद होने की प्रक्रिया तेज हो जाती है।