धूम्रपान, रसोई गैस व परफ्यूम-डियो स्प्रे आदि से घरों के अंदर होने वाला वायु प्रदूषण (इंडोर एयर पॉल्यूशन) लोगों को अस्थमा, फेफड़ों संबंधी बीमारी, हृदय रोग जैसी समस्याओं की चपेट में ला रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनियाभर में इंडोर एयर पॉल्यूशन के कारण प्रतिवर्ष करीब 43 लाख लोगों को जान गंवानी पड़ती है। यह समस्या सिर्फ शहरों में ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी देखी जा रही है।
•Jul 06, 2017 / 08:52 pm•
विकास गुप्ता