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सिर्फ एक बूंद खून के टेस्ट से पता चल जाएंगी सारी बीमारियां

Published: Jun 06, 2015 09:35:00 pm

“वायरस्कैन” ब्लड टेस्ट : शरीर के अंदर मौजूद सभी वायरस की मिलेगी जानकारी, अमरीकी शोधकर्ताओं ने की खोज

Blood Test

Blood Test

वाशिंगटन। बीमार होने पर आपको अब तक डायग्नोस्टिक सेंटर के कई चक्कर लगाने पड़ते थे। कई बार खून की जांच करानी पड़ती थी, तब जाकर कहीं यह पता चल पाता था कि आखिरकार आप कौन सी बीमारी से पीडित हैं। शरीर में किस तत्व की कमी है, लेकिन यह समस्या अब हल हो जाएगी। दरअसल, हावर्ड यूनिवर्सिटी के डॉक्टर स्टीफन एलेज द्वारा ईजाद वायरस्कैन एक सस्ता टेस्ट साबित होगा, जो खून की सिर्फ एक बूंद से पूरे जीवनकाल में आप किन-किन वायरस की चपेट में आए हैं और उससे कौन-कौन सी बीमारी हुई इसकी जानकारी दे देगा।

आसान होगा इलाज

यह कैंसर, हेपेटाइटिस सी या फिर कोई बीमारी जो इंसान के इंसान से संपर्क में आने से फैलती है ऎसी बीमारियों के लिए एक बड़ी खोज साबित हो सकती है। इन बीमारियों में अमूमन मरीज को कई महीने सिर्फ जांच कराने में लग जाते हैं और इनकी जांच इलाज जितना ही खर्चीली होती हैं। इस टेस्ट से वायरस का जल्द पता लगेगा और उससे होने वाली अन्य बीमारियों का जल्द से जल्द इलाज हो सकेगा।

ऎसे होगी जांच

जब हमें कोई वायरस प्रभावित करता है तो शरीर में मौजूद प्रतिरोधक क्षमता विशेष टी और बी लिम्फोसाइट व्हॉइट ब्लड सेल की मदद से हमारी रक्षा करती है, जिसमें टी सेल वायरस को मारती है और बी सेल एंटीबॉडी प्रोटीन का निर्माण करती है। वायरस के पूरी तरह से शरीर से नष्ट होने के बाद टी और बी सेल अपनी मेमोरी में नष्ट हुए वायरस की जानकारी रखते हैं, जिससे आप भविष्य में भी इनसे सुरक्षित रह सकें। वायरस्कैन में शोधकर्ता प्रतिरोधक क्षमता में पुराने वायरसों संबंधी इन्हीं याद्दाशत को स्कैन करके आपके जीवनकाल के सभी पुराने वायरस के बारे में जानकारी देते हैं। वायरस्कैन से खून की स्क्रीनिंग करते समय लगभग उन सभी 206 वायरसों की प्रजाति का पता लगाया जाता है, जो मानव शरीर को इफेक्ट कर सकते हैं।

जांच भी सस्ती

वायरस्कैन टेस्ट की कीमत भी काफी कम है, आपको इसके लिए सिर्फ 25 डॉलर यानी लगभग 1500 रूपए देने होंगे।

569 लोगों का हो चुका है टेस्ट

डॉ एलेज और उनकी टीम ने अब तक अमरीका, दक्षिण अफ्रीका, पेरू और थाइलैंड के लगभग 569 लोगों और खुद का भी टेस्ट किया, जिसमें यह बात सामने आई कि पूरे जीवनकाल में ये सभी कम से कम 10 वायरस से प्रभावित हुए हैं और सबके शरीर में कॉमन कोल्ड (गैंडे से फैलने वाला वायरस), द फ्लू(इन्प्लूएंनजा वॉयरस) और डायरिया, आर्गन को नुकसान पहुंचाने वाला (एडनवॉयरस) वायरस जरूर मौजूद रहे हैं। टेस्ट में यह भी पता चला कि 569 लोगों में से दो लोग ऎसे हैं जिन्हें अबतक 84 वायरस का संक्रमण हुआ है।

वर्जन

हमने एक ब्लड स्क्रीनिंग का तरीका विकसित किया है, जिससे हम अलग-अलग वायरस का परीक्षण करने के बजाए एक बार में ही यह टेस्ट कर सकते हैं कि पेशेंट पर पहलेे किन-किन वायरसों का इफेक्ट रहा है। – डॉ स्टीफन एलेज, शोधकर्ता
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