scriptoxidative stress: कोरोना वायरस के कारण बढता ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस | Study finds Covid causes significant rise in oxidative stress | Patrika News

oxidative stress: कोरोना वायरस के कारण बढता ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस

locationनई दिल्लीPublished: Dec 31, 2021 11:50:21 am

Submitted by:

Divya Kashyap

क्या कोरोना वायरस के कारण बढता ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस आज के इस आर्टिकल में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे। आज हम जानेंगे की ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण आपके दिमाग पर क्या असर पड़ता है।

Study finds Covid causes significant rise in oxidative stress

oxidative stress: कोरोना वायरस के कारण बढता ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस

नई दिल्ली। क्या आप जानते है की ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस किसे कहते है । और यह आपके स्वास्थ के लिए कैसे खतरनाक है । आज के इस आर्टिकल में हम आपको इस विषय पर पूरी जानकारी देंगे । हम आपको बताएंगे की इस तरह के स्ट्रेस का आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है। और कोरोना का इस पर क्या प्रभाव पड़ेगा।असंतुलित जीवन शैली, फैट से भरपूर डाइट, बढ़ता प्रदूषण और विकिरण मानव शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार प्रमुख कारक हैं।

अमेरिकी शोधकर्ताओं के अनुसार, कोविड -19 संक्रमण के साथ अस्पताल में भर्ती लोगों में ऑक्सीडेटिव तनाव, ऑक्सीडेंट क्षति और ग्लूटाथियोन का स्तर काफी कम था, जो सबसे प्रचुर मात्रा में शारीरिक एंटीऑक्सिडेंट था।ऑक्सीडेटिव तनाव बुजुर्गों को प्रभावित करने की अधिक संभावना है, एंटीऑक्सिडेंट्स पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि कोविड संक्रमण युवा लोगों को भी प्रभावित कर सकता है।
यह भी पढ़े –Beauty Tips: इस दिवाली के लिए ऐसे करें अपनी स्किन को तैयार
एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर डाइट लें— एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर डाइट जिसमें फलों और सब्जियों की कम से कम पांच सर्विंग्स शामिल हों, ताकि शरीर एंटीऑक्सिडेंट का उत्पादन कर सके। खट्टे फल, जैतून, हरी पत्तेदार सब्जियां और टमाटर अच्छे हैं। अन्य डायटरी सोर्स, जो शरीर में एंटीऑक्सीडेंट उत्पादन बढ़ा सकते हैं, वे हैं मछली और नट्स, विटामिन ई, ग्रीन टी, लहसुन और हल्दी हैं।

पर्याप्त नींद लें —हेल्दी शरीर के लिए पर्याप्त नींद की जरूरत होती है और पूरे शरीर के सिस्टम के मुख्य संतुलन के लिए भी इसकी जरूरत होती है। अगर हम पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं तो यह हमारे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली, हार्मोन उत्पादन और एंटीऑक्सीडेंट संतुलन को प्रभावित करेगा।
स्ट्रेस और टेंशन हमारी ज़िन्दगी के एक अहम हिस्सा बन चुके है। बाहर से मिलने के इलावा एक स्ट्रेस हमारे शरीर के अंदर भी पैदा होता है।पर हम इस स्ट्रेस को कंट्रोल कर सकते हैं। अगर इस स्ट्रेस को समय रहते रोका नहीं गया तो हमारे शरीर में कई खतरनाक बीमारियां पैदा हो सकती हैं। इस वीडियो में विस्तृत रूप से शरीर के अन्दर पैदा होने वाले स्ट्रेस और उसे कैसे रोका जाये, के बारे में बताया गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो