गठिया में लाभकारी : इसे विटामिन-डी का बेहतर विकल्प माना जाता है। शकरकंद खाने से हड्यिों,दांतों और नसों में मजबूती आती है। गठिया या आर्थराइटिस के मरीजों के लिए यह काफी फायदेमंद माना जाता है।
एनीमिया में मददगार : इसमें भरपूर मात्रा में आयरन होता है। आयरन की कमी से हमारे शरीर में एनर्जी नहीं रहती। रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है और ब्लड सेल्स का निर्माण भी ठीक से नहीं होता। शकरकंद आयरन की कमी को दूर करने में मददगार है। एनीमिया से ग्रसित लोगों के लिए यह काफी फायदेमंद है।
हृदय रोगों से बचाव : इसमें मौजूद कैरोटीनॉयड ब्लड शुगर नियंत्रित करता है। वहीं विटामिन-बी6 डायबिटीज व हृदय रोग से बचाता है। हार्ट अटैक की आशंका को कम करता है।
झुर्रियों को बाय-बाय
इसमें मौजूद आयरन, कॉपर, मैग्नीशियम आदि हमारे प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत बनाते हैं। इसे खाने से त्वचा में चमक आती है।
फेफड़ों को रखे फिट
शकरकंद शरीर को गर्म भी रखता है। इसमें मौजूद विटामिन-सी ब्रोंकाइटिस व फेफड़ों की परेशानी में लाभदायक है।
शुगर का स्तर नियंत्रित
इसे डायबिटीज के मरीज भी खा सकते हैं। इससे रक्त में शुगर का स्तर ठीक रहता है और इंसुलिन की मात्रा भी नियंत्रित रहती है। इसे भूनकर या उबालकर खा सकते हैं।
विटामिन-ए का बेहतर विकल्प: इसमें विटामिन-ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। सर्दियों में शकरकंद रोजाना खाने से शरीर में 90 प्रतिशत तक विटामिन-ए की पूर्ति हो जाती है।
कैंसर से बचाव
इसमें मैग्नीशियम, जिंक, व बीटा कैरोटीन होने के कारण शकरकंद को कैंसर रोगियों के लिए भी लाभकारी माना जाता है। यह आंतों के कैंसर से बचाता है।
तनाव कम करे
पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है। यह नर्वस सिस्टम सक्रिय बनाए रखने में मददगार है। तनाव कम करता है। शरीर की सूजन घटाता है व किडनी स्वस्थ रखता है।