सूरज के सीधे प्रभाव में आने से त्वचा में मेलेनिन की मात्रा बढ़ जाती है जो कि रंगत को प्रभावित करता है। मेलेनिन असल में सूरज की हानिकारक अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से त्वचा की रक्षा करता है। मेलेनिन जब त्वचा के निचले हिस्सों में पैदा होने के बाद इसके ऊपरी बाहरी हिस्सों तक पहुंचता है तो त्वचा की रंगत काली पड़ जाती है। गर्मी से झुलसी त्वचा की रंगत को दुबारा हल्की रंगत में लाने के लिए त्वचा के हिसाब से फेशियल स्क्रब का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपकी स्किन ड्राई हो तो हफ्ते में सिर्फ एक बार ही स्क्रब का इस्तेमाल करना चाहिए, लेकिन ऑइली स्किन में इसका उपयोग दोहरा सकते हैं।
स्क्रब को त्वचा पर आहिस्ता से गोलाकार स्वरूप में उंगलियों के सहारे लगाना चाहिए और कुछ समय बाद इसे ताजे सादे पानी से धो डालना चाहिए। इससे त्वचा के डेड सेल्स हट जाते हैं आर उसमें निखार आ जाता है। हमारे घरों के किचन में ऐसी चीजें हर वक्त मौजूद रहती हैं जिनसे आसानी से स्क्रब बनाया जा सकता है। वास्तव में रसोई में रखे अनेक उत्पादों को झुलसी त्वचा को ठीक करने के लिए सीधे तौर पर लगाया जा सकता है।
दिनभर बाहर रहने के बाद शाम को चेहरे पर कुछ समय तक बर्फ के टुकड़ों को रखिए। इससे सनबर्न से हुए नुकसान से राहत मिलेगी और त्वचा में नमी बढ़ेगी। चेहरे पर टमाटर का पेस्ट लगाने से भी गर्मियों में झुलसी त्वचा को काफी सुकून मिलता है। सनबर्न के नुकसान को कम करने के लिए चेहरे को बार-बार ताजे, साफ और ठंडे पानी से धोएं। गुलाब जल में तरबूज का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने के 20 मिनट बाद ताजे पानी से धो डालने से सनबर्न का असर खत्म हो जाएगा।
एक चम्मच शहद में दो चम्मच नींबू का रस मिलाइए और आधे घंटे बाद ताजे साफ पानी से धो डालिए। इसे रोजाना चेहरे पर लगाइए। आइली स्किन को राहत देने के लिए खीरे के पल्प को दही में मिलाइए और इस मिश्रण को 20 मिनट बाद ताजे साफ पानी से धो डालिए।सूरज की किरणों से झुलसी त्वचा पर कॉटनवूल की मदद से ठंडा दूध लगाएं। इससे त्वचा को न केवल राहत मिलेगी, बल्कि त्वचा कोमल बनकर निखरेगी। लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करने से त्वचा की रंगत में निखार आएगा।मुट्ठी भर तिल को पीसकर इसे आधे कप पानी में मिला लीजिए और दो घंटे तक मिश्रण को कप में रखने के बाद पानी को छानकर इससे चेहरा साफ कर लीजिए।