डार्क चॉक्लेट्स-डार्क चॉकलेट में अद्भुत मूड-बूस्टर का गुण होता है। डार्क चॉकलेट में फ्लोवोनॉएड्स काफी होता है जो स्ट्रेस और इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद करता है। यह मूड, याद्दाश्त और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी दुरुस्त करता है। डॉर्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स स्ट्रेस को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हार्मोन कॉर्टिसोल को कम करता है। लेकिन इसे अधिकतम तीन बाइट ले सकते हैं।
सीड्स एंड नट्स- कई तरह के बीज और नट्स भी मूड बूस्टर होते हैं। बीजों और नट्स में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है और ये स्ट्रेस को कम करने वाला होता है। काजू, अखरोट, सूरजमुखी के बीज शरीर में सेरोटोनिन का निर्माण करते हैं, जिससे स्ट्रेस कम होता है। कद्दू के बीजों में जिंक काफी अधिक होता है, जो उच्च रक्तचाप की समस्या से बचाए रखता है। प्रतिदिन एक मुट्ठी नट्स, सीड्स को डाइट में जरूर शामिल करें। आप इन्हें सलाद, सब्जी, साबुत, कच्चा, भूनकर भी खा सकते हैं।

विटामिन डी- धूप विटामिन डी की कमी से भी शरीर के साथ मूड में भी बदलाव आता है। व्यक्ति का दिमाग बेहतर ढंग से काम न करने से तनाव व स्ट्रेस बढ़ता है। ऐसे में रोजाना विटामिन डी से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए। इसके लिए अपनी डेली डाइट में दलिया, डेयरी प्रोडक्टस, मछली, ड्राई फ्रूट्स, संतरा आदि चीजों का सेवन करना चाहिए। इससे दिमाग में सेरोटोनिन का लेवल नियंत्रण में रहने में मदद मिलती है। ऐेसे में व्यक्ति का मूड सही रहता है। साथ ही तनाव और एंग्जाइटी दूर होने में मदद मिलती है।
एक्सरसाइज- केवल 10 मिनट एक्सरसाइज करना आपका मूड बना देगा, क्योंकि इससे दिमाग में ट्रिप्टोफैन और सेरोटोनिन केमिकल रिलीज होते हैं। एक्सरसाइज सेरोटोनिन फ़ंक्शन को बढ़ाती है जिसके परिणामस्वरूप मूड में सुधार होता है।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। । किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)