तो चलिए जानें जीभ के रंग, बनावट, छाले और सूजन से कि वह किस तरह की बीमारियों का संकेत देती हैं। सफेद पैचेज या धब्बेनुमा जीभ-White patches or speckled tongue संकेत : अगर आपकी जीभ पर सफेद धब्बे से नजर आ रहे तो ये एक फंगल इंफेक्शन का संकेत है। जीभ पर कैंडिडा नाम की फंगस के जमने से ऐसा होता है। ये यीस्ट इंफेक्शन कई बार पेट से जीभ तक या जीभ से पेट तक पहुंचता है। एंटीफंगल दवाए और मुंह को बार-बार इससे रिंस करने से ये बीमारी सही हो सकती है। बीमारी में जितनी बार हो सके टंग क्लीनर से जीभ साफ करें।
काले स्पॉट्स वाली जीभ- tongue with black spots
संकेत : जीभ का काला होना या काले स्पॉट्स पड़ना भी फंगल इंफेक्शन का संकेत है। वहीं, स्मोकिंग बहुत अधिक करने वालाें में भी ये समस्या नजर आती है। यही नहीं, काले धब्बे इंफेक्शन, डायबिटीज, कीमोथैरेपी या मुंह की ठीक से देखभाल न करने के कारण भी होते हैं। कुछ भी खाने के बाद कुल्ला जरूर करेंं।
संकेत : जीभ का काला होना या काले स्पॉट्स पड़ना भी फंगल इंफेक्शन का संकेत है। वहीं, स्मोकिंग बहुत अधिक करने वालाें में भी ये समस्या नजर आती है। यही नहीं, काले धब्बे इंफेक्शन, डायबिटीज, कीमोथैरेपी या मुंह की ठीक से देखभाल न करने के कारण भी होते हैं। कुछ भी खाने के बाद कुल्ला जरूर करेंं।
हल्के लाल और सफेद स्पॉट्स-Tongue with pale red and white spots
संकेत : हल्के लाल और सफेद स्पॉट्स का जीभ पर नजर आना जिंक की कमी को बताता है। जिंक की कमी से टेस्ट बड्स इनएक्टिव होने लगते हैं। जिंक रिच डाइट और साफ सफाई से ये समस्या दूर हो सकती है।
संकेत : हल्के लाल और सफेद स्पॉट्स का जीभ पर नजर आना जिंक की कमी को बताता है। जिंक की कमी से टेस्ट बड्स इनएक्टिव होने लगते हैं। जिंक रिच डाइट और साफ सफाई से ये समस्या दूर हो सकती है।
एकदम लाल जीभ -Deep Red Tongue
संकेत : शरीर में फॉलिक एसिड, विटामिन-बी12 या आयरन की कमी। बुखार या गले में इंफेक्शन के कारण हो सकता है। विटामिन की टेबलेट्स ली जा सकती हैं लेकिन डॉक्टर को दिखाएं और उनके बताए अनुसार ही ट्रीटमेंट लें।
संकेत : शरीर में फॉलिक एसिड, विटामिन-बी12 या आयरन की कमी। बुखार या गले में इंफेक्शन के कारण हो सकता है। विटामिन की टेबलेट्स ली जा सकती हैं लेकिन डॉक्टर को दिखाएं और उनके बताए अनुसार ही ट्रीटमेंट लें।
जालनुमा या पट्टीदार सफेद निशान-Webbing or striped white markings Tongue
संकेत : ओरल लाइचेन प्लेनस बीमारी के कारण जीभ पर जालनुमा या पट्टीदार सफेद निशान बनते हैं। इस बीमारी में इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचाने लगता है। डॉक्टर को तुरंत दिखाकर जांच कराएं। ट्रीटमेंट में देर न करें। माउथवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं।
संकेत : ओरल लाइचेन प्लेनस बीमारी के कारण जीभ पर जालनुमा या पट्टीदार सफेद निशान बनते हैं। इस बीमारी में इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचाने लगता है। डॉक्टर को तुरंत दिखाकर जांच कराएं। ट्रीटमेंट में देर न करें। माउथवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं।
कटी-फटी या आरीनुमा जीभ-Cracked or sawn tongue
संकेत : ये सामान्य अवस्था है। सोते समय दांतों से जीभ दबने के कारण ऐसा हो सकता है। ये अपने आप ठीक होती है। अगर घाव गहरा है और खाने में दिक्कत हो तो डॉक्टरी सलाह लें।
संकेत : ये सामान्य अवस्था है। सोते समय दांतों से जीभ दबने के कारण ऐसा हो सकता है। ये अपने आप ठीक होती है। अगर घाव गहरा है और खाने में दिक्कत हो तो डॉक्टरी सलाह लें।
छाले, अल्सर या उभार-Blisters and swelling on the tongue
संकेत : ये 'कैंकर सोर' होते हैं जिन्हें मुंह के छाले कहते हैं। ये हर्पीज नामक गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकते हैं। डॉक्टर को दिखाएं, वे गंभीरता और स्थिति के आधार पर इलाज तय करते हैं। विटामिन सी या अल्सर के कारण भी ऐसा होता है।
संकेत : ये 'कैंकर सोर' होते हैं जिन्हें मुंह के छाले कहते हैं। ये हर्पीज नामक गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकते हैं। डॉक्टर को दिखाएं, वे गंभीरता और स्थिति के आधार पर इलाज तय करते हैं। विटामिन सी या अल्सर के कारण भी ऐसा होता है।
तो जीभ पर अगर आपको इनमें से किसी भी तरह के लक्षण नजर आएं तो उसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर को जरूर दिखाएं। डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।