सिर दर्द-
यदि किसी को सिर दर्द की परेशानी रहती है तो इसमें आवंला, कढ़ी पत्ते या गुलाब की पंखुडियों को तिल के तेल में उबालकर लगाना से आराम मिलता है। इसको नियमित लगा सकते हैं। इसके साथ ही आप सोते समय सरसों के तेल से भी मसाज कर सकते हैं, आराम मिलेगा ।
अस्थमा- सर्दी में अस्थमा के रोगियों की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे लोगों को तिल का तेल प्रयोग में लेना चाहिए।
यदि किसी को सिर दर्द की परेशानी रहती है तो इसमें आवंला, कढ़ी पत्ते या गुलाब की पंखुडियों को तिल के तेल में उबालकर लगाना से आराम मिलता है। इसको नियमित लगा सकते हैं। इसके साथ ही आप सोते समय सरसों के तेल से भी मसाज कर सकते हैं, आराम मिलेगा ।
अस्थमा- सर्दी में अस्थमा के रोगियों की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे लोगों को तिल का तेल प्रयोग में लेना चाहिए।
बच्चों की मालिश-
सरसों के तेल से बच्चों की मालिश करें। इसके फायदे हम आज नहीं सुन रहे हैं बल्कि हमारी दादी-नानी बचपन से ही इस तेल को इस्तेमाल करने के गीत गाती आई हैं। सरसों का तेल ठंड के मौसम में नवजात की मालिश करने के लिए भी बेस्ट है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये शरीर को गर्मी प्रदान करता है। देश के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में सरसों के तेल को मालिश के लिये लहसुन और मेथी बीज के साथ गरम किया जाता है। दरअसल लहसुन में एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, और माना जाता है कि यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।
सरसों के तेल से बच्चों की मालिश करें। इसके फायदे हम आज नहीं सुन रहे हैं बल्कि हमारी दादी-नानी बचपन से ही इस तेल को इस्तेमाल करने के गीत गाती आई हैं। सरसों का तेल ठंड के मौसम में नवजात की मालिश करने के लिए भी बेस्ट है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये शरीर को गर्मी प्रदान करता है। देश के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में सरसों के तेल को मालिश के लिये लहसुन और मेथी बीज के साथ गरम किया जाता है। दरअसल लहसुन में एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, और माना जाता है कि यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।
डॉ. किरण गुप्ता, नेचुरोपैथी विशेषज्ञ