1. फेफड़ों का कैंसर देश में सबसे अधिक लोगों में फेफड़ों के कैंसर की समस्या पाई जाती है। फेफड़ों का कैंसर मुख्यतः अत्यधिक स्मोकिंग और तंबाकू के सेवन से होता है। वैसे तो कैंसर के लक्षण शुरुआत में नजर नहीं आते हैं।लेकिन खांसी, सांस लेने में तकलीफ, गला बैठना, सीने में दर्द, थूक में बदलाव और खून का जमना से नजर आता है कि फेफड़े के कैंसर की समस्या है। इसलिए व्यक्ति को चाहिए कि वह धूम्रपान नहीं करें और लोगों को भी इससे बचने की सलाह दे।
2. पेनक्रिएटिक कैंसर यह कैंसर अग्नाशय का कैंसर होता है। जो सबसे अधिक जानलेवा रहता है। इसमें क्रॉनिक, पेनक्रिएटाइटिस, स्मोकिंग, डायबिटीज और फैमिली हिस्ट्री के कारण इसकी संभावना बढ़ जाती है। इस प्रकार के कैंसर के लक्षण खुजली, भूख ना लगना, वजन बहुत कम होना, पीलिया, पेट में दर्द होता है।क्योंकि यह कैंसर इंसुलिन बनने में रोक लगाता है। इस कारण इससे बचने के लिए स्मोकिंग से दूर रहना, हेल्दी आहार और अपने निर्धारित वजन को बनाए रखना जरूरी है।
3. मुंह का कैंसर मुंह के कैंसर की समस्या सबसे अधिक पुरुषों में पाई जाती है। जिसका मुख्य कारण तंबाकू खाना, शराब का ज्यादा सेवन, एचपीवी संक्रमण, कमजोर इम्यून सिस्टम और पराबैंगनी किरणों के संपर्क में ज्यादा आने से होता है। इसके लक्षण गले में खराश, सांसो की बदबू, आवाज में बदलाव, जीभ या जबड़े को हिलाने में दिक्कत आना, जीप सुन्न हो जाना, मुंह में दर्द होना, मुंह का घाव आदि होता है। इससे बचने के लिए व्यक्ति को तंबाकू, सुपारी, शराब आदि के सेवन से बचना जरूरी है।
4. लीवर कैंसर लीवर का कैंसर अनुवांशिक, क्रॉनिक हेपेटाइटिस बी संक्रमण, हेपेटाइटिस सी संक्रमण, शराब के अत्यधिक सेवन आदि से होता है। इसमें कैंसर कोशिकाएं लीवर में तैयार होती है। इसके लक्षण पीलिया, पेट दर्द, भूख की कमी है। इससे बचने के लिए शराब के सेवन से दूर रहें, हेल्थी खाना खाएं और नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
5. प्रोस्टेट कैंसर यह कैंसर प्रोस्टेट ग्रंथि के टिशू में होता है और धीरे-धीरे यूरिनरी सिस्टम तक फैल जाता है। यह कैंसर अनुवांशिक भी होता है। इसी के साथ ही खानपान पर ध्यान नहीं देने के कारण हो सकता है। हालांकि इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। जब तक कि यह एडवांस स्टेज पर ना पहुंच जाए। प्रोस्टेट कैंसर से यूरिन लीक होना, हड्डियों में दर्द, यूरिन में खून और यूरिन करते समय काफी दबाव होने की समस्या आती है। इससे बचने के लिए स्मोकिंग तुरंत छोड़ना जरूरी है।
6. कोलोरेक्टल कैंसर इसे बड़ी आंत का कैंसर भी कहते हैं अधिकतर यह कैंसर 50 साल से अधिक की उम्र वाले पुरुषों में पाया जाता है। यह कैंसर मलाशय और बृहदांत्र की कोशिकाओं के अधिक बढ़ जाने के कारण होता है। इस कैंसर के लक्षण पेट में दर्द, मलाशय से खून आना, पेट साफ ना रहना, वजन में कमी और कमजोरी है। इससे बचने के लिए नियमित रूप से व्यायाम और हेल्दी खाना खाना जरूरी है। शराब तंबाकू सिगरेट से बचना जरूरी है।