पानी जमा न होने दें
जीका वायरस का लार्वा रुके हुए या गंदे पानी में पनपता है। इसलिए अपने घर के आसपास या कूलर -गमलों में यदि कई दिनों से पानी भरा हुआ है तो सबसे पहले उसमें चेक करें कि मच्छर या उनके लार्वा तो नहीं हैं। यदि लार्वा मिलते हैं तो इन्हें नष्ट करना जरूरी है जिसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग या स्थानीय प्रशासन को सूचना दी जानी चाहिए। इसी तरह घरों में पानी की टंकी या टैंक- भूमिगत टांकों में भी देखें कि मच्छर तो पैदा नहीं हो गए हैं।
जीका वायरस का लार्वा रुके हुए या गंदे पानी में पनपता है। इसलिए अपने घर के आसपास या कूलर -गमलों में यदि कई दिनों से पानी भरा हुआ है तो सबसे पहले उसमें चेक करें कि मच्छर या उनके लार्वा तो नहीं हैं। यदि लार्वा मिलते हैं तो इन्हें नष्ट करना जरूरी है जिसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग या स्थानीय प्रशासन को सूचना दी जानी चाहिए। इसी तरह घरों में पानी की टंकी या टैंक- भूमिगत टांकों में भी देखें कि मच्छर तो पैदा नहीं हो गए हैं।
वायरल जैसे जीका वायरस के लक्षण
जीका वायरस से संक्रमित व्यक्ति को हल्का बुखार रहता है।इसके साथ ही थकान, आंखों का लाल होना और जोड़ों में दर्द मरीज को सिरदर्द होना और शरीर पर लाल चकत्ते निकलते हैं।
जीका वायरस से संक्रमित व्यक्ति को हल्का बुखार रहता है।इसके साथ ही थकान, आंखों का लाल होना और जोड़ों में दर्द मरीज को सिरदर्द होना और शरीर पर लाल चकत्ते निकलते हैं।
जीका वायरस का इलाज
जीका वायरस से बचने के लिए अभी तक कोई टीका नहीं बना है कोई दवा भी नहीं है, इसमें लक्षणों के आधार पर इलाज होता है। बुखार और दर्द से आराम देने के लिए मरीज को पैरासिटामॉल देते हैं। जीका वायरस की पहचान के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट होता है।
जीका वायरस से बचने के लिए अभी तक कोई टीका नहीं बना है कोई दवा भी नहीं है, इसमें लक्षणों के आधार पर इलाज होता है। बुखार और दर्द से आराम देने के लिए मरीज को पैरासिटामॉल देते हैं। जीका वायरस की पहचान के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट होता है।