उर्दू के सबसे मशहूर शायर मिर्जा गालिब ने मुगल शासक बहादुरशाह जाफर के काल में हुए 1857 का गदर बहुत ही करीबी से देखा
नई दिल्ली। कवि मिर्जा गालिब का जन्म 27 दिसंबर 1797 को उत्तर प्रदेश के
आगरा में हुआ। शायरी का शौक रखने वाला हर इंसान मिर्जा ग़ालिब के नाम से अच्छी तरह वाकिफ होगा। मिर्ज़ा ग़ालिब को शायरी शब्द का पर्यायवाची भी कह सकते हैं। उनकी लिखी शायरियां बच्चे-बच्चे की जुबान पर रहती है। मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरियां ना केवल भारत और पाकिस्तान बल्कि विश्व के कई देशों में मशहूर हैं। ग़ालिब ने अपने 70 साल के जीवन में कई शायरियां लिखीं। जिन कवियों के कारण उर्दू अमर हुई, उसमें मीर के साथ-साथ मिर्ज़ा ग़ालिब का सबसे अधिक योगदान था।