जननायक जनता पार्टी की ओर से गठबंधन को लेकर जो शर्तें आम आदमी पार्टी के समक्ष रखी गई उस पर किसी भी तरह से बात नहीं बन सकी। चर्चा यह भी यह है कि आप के पदाधिकारियों का एक खेमा भी किसी भी तरह से जजपा के साथ गठबंधन नहीं करना चाहता था। लेकिन इससे हटकर आम सुप्रीमो एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जजपा नेता एवं सांसद दुष्यंत चौटाला से बातचीत करने के लिए सांसद सुशील गुप्ता की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी। इस कमेटी की रिपोर्ट के बाद अरविंद केजरीवाल ने गठबंधन के मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कार्यकर्ताओं से अकेले चुनाव में जुटने का ऐलान किया है।
जींद उपचुनाव से महीनों पहले ही हरियाणा में इनैलो से अलग होकर अजय सिंह चौटाला की अगुवाई में जननायक जनता पार्टी का गठन हुआ था। जींद उपचुनाव जजपा का पहला चुनाव था और इस चुनाव में तमाम दिक्कतों को दरकिनार करते हुए आम आदमी पार्टी ने जजपा को समर्थन दिया। खुद आम सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने दिग्विजय चौटाला के समर्थन में जनसभा भी की। इस चुनाव में दिग्विजय चौटाला भले ही चुनाव नहीं जीत पाए लेकिन उन्हें अच्छे वोट हासिल हुए। जींद उपचुनाव के बाद से आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में आप और जजपा के बीच गठबंधन की चर्चाएं शुरू हुई थी। सूत्रों की माने तो इस वार्ता में जजपा की ओर से जो शर्तें रखी गई उन शर्तों पर बात नहीं बन सकी है।
सूत्रों की माने तो दोनों दलों के बीच जो बातचीत हुई उसमें जजपा की ओर से लोकसभा में 8 सीटों पर और विधानसभा में 70 सीटों पर लडऩे का दावा ठोंका गया। मसलन आम आदमी पार्टी के हिस्से में लोकसभा में 2 और विधानसभा में 20 सीटें ही दी गई। बताया गया कि जजपा की इस शर्त से आम आदमी पार्टी किसी भी तरह से राजी नहीं थी। शायद यही वजह है कि अंदरूनी तौर से अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा इकाई के अध्यक्ष नवीन जयहिंद को अकेले चुनाव लडऩे का संकेत दे दिया है।
हरियाणा में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी आप : जयहिंद
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने ट्वीट कर कहा कि हरियाणा में आप 10 लोकसभा और 90 विधानसभा में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि जजपा के साथ गठबंधन की बातचीत समाप्त हो गई है। जजपा हमें 10 में से सिर्फ 2 सीटें दे रही है और बदले में दिल्ली में एक सीट मांग रही है। पता नहीं कौन सी दुनिया में हैं। इससे केवल भाजपा को ही फायदा होगा, काफी समझाया पर जजपा नहीं मान रही है।