केजरीवाल ने अपना यह प्रस्ताव एक ट्वीट के जरिए रखा था। ट्वीट में केजरीवाल ने कहा था कि हरियाणा के लोग मोदी और शाह की जोडी को हराना चाहते है। आम आदमी पार्टी, जननायक जनता पार्टी और कांग्रेस मिलकर चुनाव लडें तो भाजपा हरियाणा की सभी दस लोकसभा सीट हार जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस पर विचार करना चाहिए। लेकिन कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी दोनों ने ही केजरीवाल के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र हुड्डा ने तो जननायक जनता पार्टी के वजूद पर ही सवाल खडा कर दिया। उन्होंने कहा कि मात्र एक चुनाव लडने से जननायक जनता पार्टी का प्रदेश में वजूद नहीं बन गया। इसी तरह आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का फैसला केन्द्रीय नेतृत्व करेगा। हालांकि प्रदेश में आम आदमी पार्टी का कोई वजूद नहीं है। जननायक जनता पार्टी के सांसद दुष्यंत चौटाला ने भी कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन से इनकार किया।