बल्लबगढ़ की सामाजिक संस्थाओं और लोगों ने वित्त मंत्री को पत्र भेजकर राजा नाहर सिंह के नाम से मेट्रो स्टेशन का नाम रखने की मांग की थी। वित्त मंत्री ने सभी पत्र मुख्यमंत्री को भेजकर मांग को आगे बढाया है और उम्मीद जताई है की जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह मांग जरुर पूरी की जायेगी।
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है की हरियाणा की महान धरा पर समय समय पर ऐसे राष्ट्रभक्तों, शूरवीरों और रणबांकुरों ने जन्म लिया जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों तक की आहूति दे दी। अंग्रेजों के विरुद्ध हुई 1857 की क्रान्ति में भी हमारे वीरों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया था। 1857 में भारत माता की आज़ादी के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले अमर शहीदों में बल्लगढ़ के नरेश राजा नाहर सिंह जी का बलिदान अतुलनीय और अविस्मरणीय है। उनका पूरा जीवन संघर्ष, साहस, राष्ट्रभक्ति और बलिदान की कहानी है. राजा नाहर सिंह के जीवन से कई पीढिय़ों ने प्रेरणा ली है और भविष्य में भी उनका जीवन हमारी आने वाली पीढिय़ों को प्रेरणा प्रदान करता रहेगा. आजादी के मतवाले शहीद राजा नाहर सिंह का नाम इतिहास में सदैव अमर रहेगा।
पत्र में कहा गया है की 6 अप्रैल 1821 को महाराजा राम सिंह के घर जन्मे नाहर सिंह मात्र 18 वर्ष की आयु में 20 जनवरी 1839 को बसंत पंचमी के दिन बल्लबगढ़ के नरेश बने थे। राजा नाहर सिंह महान राष्ट्रभक्त और क्रांतिकारी थे, जिन्होंने दिल्ली राजधानी की सुरक्षा के लिए प्राणों की बाजी लगा दी।
अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांति का बिगुल फूंकने वाले राजा नाहर सिंह को मात्र 36 वर्ष की आयु में 9 जनवरी 1858 को लालकिले के सामने चांदनी चौक में ब्रिटिश सरकार ने फांसी पर लटका दिया था। फांसी के बाद उनके शव को भी अंग्रेजों ने इस डर से उनके परिजनों को नहीं दिया की कहीं उनके शव को देखकर उनकी प्रजा ऐसा विद्रोह ना कर दे जिसे दबाना असंभव हो जाये। राजा नाहर सिंह आज भी बल्लबगढ़ की ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा के लिए एक पूजनीय महापुरुष हैं।
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि दिल्ली मेट्रो रेल का विस्तार बल्लबगढ़ (फरीदाबाद) तक हो गया है और बल्लबगढ़ में भी मेट्रो का एक स्टेशन बनाया गया है। पूरे बल्लबगढ़ क्षेत्र की जनता यह चाहती है की इस मेट्रो स्टेशन का नाम राजा नाहर सिंह मेट्रो स्टेशन रखकर महान शहीद को सम्मान प्रदान करते हुए आने वाली पीढिय़ों के लिये एक प्रेरणा का केंद्र बनाया जाए।
बल्लभगढ़ का नाम बदलने पर हुआ था विवाद
हरियाणा की वर्तमान भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद दर्जनों शहरों व गावों के नाम बदले हैं। पिछले साल बल्लभगढ़ का नाम बदलने का मुद्दा वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु पहले भी उठा चुके हैं। हरियाणा सरकार ने बल्लभगढ़ का नाम बदलकर राजा नाहर सिंह नगर रखा था लेकिन उक्त क्षेत्र के विधायकों के विरोध के चलते सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा था। अब फिर से इस मुद्दे पर नया विवाद शुरू हो सकता है।