पुलिस जांच में सामने आया है कि उसकी काफी दिनों से बच्ची पर बुरी नजर थी। वह उसे किसी न किसी बहाने से अपने पास बुलाकर उससे छेड़छाड़ करता था। कभी टॉफी देकर बुलाता था तो कभी खेलते हुए अपने पास बुलाकर गोद में बैठाकर गलत हरकत करता था। वह घर भी आता-जाता था। वारदात की रात उसने स्मैक का नशा किया था। वह तेज आवाज में गाने सुन रहा था।
करीब 12 बजे बच्ची बिस्तर से उठकर घर से बाहर निकली, जिसे सोमपाल ने देख लिया था। इसके बाद वह उसके पास गया और बहला-फुसलाकर अपने साथ टेलीफोन एक्सचेंज के पास लेकर चला गया था। वहां जाकर उसके साथ घिनौनी हरकत की और पास पड़ी 24 सेंटीमीटर लकड़ी संवेदनशील अंग में डाल दी। इस वजह से बच्ची अचेत हो गई थी और वह उसे छोड़कर वापस अपने घर जाकर सो गया था। बता दें कि मृतका के परिवार ने वारदात के बाद सोमपाल पर शक जाहिर किया था। मृतका की चाची ने भी इस बारे में पुलिस को बताया था। उसने बताया था कि रात साढ़े 11 बजे गाने की आवाज सुनकर मृतका की मां झोपड़ी से बाहर आई थी, तब वह चौबारे में खड़ा था।
आरोपी के साथ कुछ माह पहले विवाद हुआ था। उसने दुश्मनी निकालने की धमकी भी दी थी। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया, जहां से उसे एक दिन के रिमांड पर हासिल किया है। इस मामले में सोमपाल के अलावा एक और आरोपी के नाम की चर्चा हुई थी। उसकी संलिप्तता है या नहीं, उसको लेकर खुलासा होना बाकी है। वहीं, पुलिस ने मामले में आरोपी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट की धारा भी जोड़ दी है।
नाखून, बाल, खून, थूक, अंडर गारमेंट के सैंपल लिए
एसआइटी ने आरोपी सोमपाल का नागरिक अस्पताल में मेडिकल करवाया। इस दौरान उसके सिर, भौहें, दाढ़ी, पेट और संवेदनशील अंग से बालों सहित थूक, खून और अंडर गारमेंट के सैंपल लेकर सील किए हैं। इन्हें फोरेंसिक साइंस लैब में भेजा जाएगा, जहां घटना स्थल पर मिले साइंटिफिक साक्ष्यों और बच्ची के विसरा एवं स्वैब से मिलान किया जाएगा।
उसकी रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। एसपी हिसार मनीषा चौधरी का कहना है कि आरोपी से रिमांड के दौरान गहनता से पूछताछ की जाएगी। इस मामले में ठोस सबूत जुटा रहे हैं। हर एंगल से जांच कर रहे हैं ताकि सच्चाई सामने ला सकें। प्रारंभिक जांच में आरोपी ने घिनौने कांड को अंजाम देने की बात को कबूला है।
एस.डी.एम. ने सौंपा 4.12 लाख का चैक
सरकार की ओर से एस.डी.एम. पृथ्वी सिंह ने मृतका के पिता रमेश नाथ को 4 लाख 12 हजार 500 रुपए की राशि का चैक भेंट किया। परिवार को बताया गया था। शेष राशि भी जल्दी ही सरकार द्वारा भेज दी जाएगी।
आधार कार्ड में नाबालिग
5 साल की बच्ची से दरिंदगी के आरोपी सोमपाल को पुलिस बालिग मान रही है जबकि आधार कार्ड में उसकी जन्म तिथि 1 जनवरी 2000 अंकित है। आधार कार्ड के मुताबिक वारदात वाले दिन 9 दिसम्बर को उसकी आयु 17 वर्ष व 21 दिन थी। वहीं पुलिस ने उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश न करके सीधे सिविल जज की कोर्ट में पेश किया है।
20 मीटर के दायरे में रहता है हत्यारा
पुलिस की माने तो बच्ची के साथ दरिंदगी करने का आरोपी पीडि़त के पड़ोस में करीब 20 मीटर के दायरे में ही रहता है। पुलिस आरोपी सोमपाल को उस झोंपड़ी में भी लेकर पहुंची जहां से 8-9 तारीख की रात मासूम बच्ची का आरोपी ने तब अपहरण कर लिया था जब उसकी मां व 2 भाई-बहन के साथ वह झोंपड़ी में सो रही थी। आरोपी उसे नजदीक ही टैलीफोन एक्सचेंज के निकट ले गया और दरिंदगी बरतते हुए उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को पीडि़त परिवार के सामने भी यह कबूल करवाया कि उसने ही जघन्य कांड को अंजाम दिया है। बच्ची के पिता ने कहा है कि अगर इस हत्याकांड में कोई और भी है तो उनको भी गिरफ्त में लिया जाए।
रात को छत पर था आरोपी
मीडिया को एक बार फिर मृतका की मां ने बताया कि सोमपाल को उस रात उसने उसके मकान की छत पर देखा था। यह नशेड़ी लड़का है और यही दोषी है। उसने मीडिया को आरोपी का वह मकान भी दिखाया जो उनकी झोंपड़ी के ही सामने है। पुलिस द्वारा इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने में उसे भले ही लंबा वक्त लगा हो मगर पुलिस ने आरोपी से पूछताछ वारदात की सूचना मिलने के एक घंटे बाद ही शुरू कर दी थी।