रिपोर्ट कार्ड दिखाकर मांगेंगे वोट
केंद्र की अमरूत योजना के तहत अधिकांश बड़े शहरों में कई-कई सौ करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं। अमरूत ऐसी योजना है, जिसने कई शहरों की तस्वीर बदलने का काम किया है। निकाय विभाग द्वारा इन पांचों निगमों – यमुनानगर, करनाल, पानीपत, रोहतक व हिसार में अमरूत के तहत हुए कार्यों का लेखा-जोखा तैयार कर लिया है। भाजपा के मेयर पद के अलावा पार्षद का चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवार भी यह रिपोर्ट कार्ड लेकर लोगों से वोट मांगेंगे। आमतौर पर निकाय चुनावों में कोई भी राजनीतिक दल घोषणा-पत्र जारी नहीं करता। पार्षदों द्वारा ही वार्ड स्तर के मुद्दों को लेकर लोगों से वादे किए जाते रहे हैं।
हमेशा से चुनव चिन्ह पर मैदान में उतरी बीजेपी
भाजपा हमेशा से ही निगम के चुनाव अपने सिम्बल पर लड़ती आई है। कांग्रेस अभी भी इस मुद्दे पर असमंजस में है। इनेलो-बसपा गठबंधन सिंबल पर चुनाव तो लड़ेगा लेकिन केवल मेयर पद के लिए। पार्षदों के लिए सिंबल पर गठबंधन प्रत्याशी नहीं उतारेगा। ऐसे में इस बार भाजपा विजन डाक्यूमेंट के नाम पर एक तरह से पांचों निगमों के लिए अपना अलग-अलग घोषणा-पत्र जारी कर सकती है।
1—2 दिसंबर को होनी है बैठक
बताते हैं कि गत दिवस सीएम मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में भी इस बारे में विचार-विमर्श किया गया। मोटे तौर पर इस बारे सहमति भी बन चुकी है। अब 1 और 2 दिसंबर को नई दिल्ली में होने वाली चुनाव समिति की बैठक में इस मुद्दे पर निर्णायक फैसला होगा।
जल्द होगा निगम चुनाव के प्रत्याशियों को लेकर फैसला
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि नगर निगम के चुनावों के लिए भाजपा विजन डाक्यूमेंट जारी करेगी। इस बारे में चुनाव समिति की बैठक में भी चर्चा होगी। पांचों ही निगमों के तहत आने वाले जिलों के प्रभारियों व जिलाध्यक्षों से भी इस बारे में फीडबैक लिया जा रहा है। इस बाबत जल्द फैसला लेंगे।