18 दिन तक हड़ताल पर कर चुके है रोड़वेज कर्मचारी
हरियाणा में पिछले लंबे समय से सरकार व कर्मचारियों के बीच किलोमीटर स्कीम के तहत सडक़ों पर उतरने वाली बसों को लेकर विवाद चल रहा है। कर्मचारी इसके विरोध में 18 दिनों तक हड़ताल कर चुके हैं। हरियाणा सरकार ने अब 190 और बसों को किराये पर लेने की निविदाएं आमंत्रित कर ली हैैं। इनमें कई बसें वातानुकूलित हैैं। हरियाणा के परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार और अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ होने वाली कर्मचारी नेताओं की बैठक से पहले नई निविदाएं आमंत्रित किए जाने से दोबारा फिर टकराव के हालात पैदा हो गए।
मुश्किल से बातचीत को तैयार हुए परिवहन मंत्री
प्रदेश के परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार पहले तो कर्मचारी नेताओं के साथ बातचीत करने को तैयार नहीं हुए, लेकिन कर्मचारी नेताओं के दबाव के चलते 12 नवंबर को अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ बैठक तय हुई है। इस मीटिंग से पहले ही परिवहन महानिदेशक की ओर से 190 और बसों को किराये पर लेने के लिए निविदाएं आमंत्रित कर ली गई हैैं।
कर्मचारियों को निजीकरण बर्दाश्त नहीं
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लांबा ने सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि रोडवेज सहित सभी विभागों के कर्मचारी किसी भी सूरत में रोडवेज में निजीकरण बर्दाशत नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों को दोबारा आंदोलन करने के लिए मजबूर कर रही है। संघ ने 11 नवंबर को रोहतक में राज्य कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है, जिसमें सरकार के बदले रवैये पर चर्चा की जाएगी।