वैष्णों देवी के दर्शन के साथ-साथ वहां कुछ धार्मिक आयोजनों में भाग लेने का भी सीएम का कार्यक्रम है। 16 सितंबर को ही वह पठानकोठ व जालंधर में भी दो कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। मुख्यमंत्री ने सितंबर माह में ही कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परिक्रमा का फैसला उन्होंने लिया है। 48 कोस में पडऩे वाले 14 गांवों का वह पहले ही दौरा कर चुके हैं। अब दूसरे चरण में बाकी के 15 गांवों तक पहुंचने की उनकी योजना है।
दौरे के दौरान जहां ग्रामीणों से केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं एवं नीतियों को लेकर फीडबैक जुटाएंगे वहीं उन्हें पहली नवंबर को करनाल में होने वाली रैली के लिए न्योता भी देंगे। गांवों में पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों से मुलाकात के दौरान उनकी समस्याओं को भी सुना जाएगा। बताते हैं कि सीएम के दौरे की भनक लगते ही ग्राम पंचायतों ने भी अपने यहां की समस्याओं को सूचीबद्ध कर लिया है ताकि मुख्यमंत्री के सामने मांग-पत्र रखा जा सके।
वहीं दूसरी ओर, सीएम के कुरुक्षेत्र दौरे को देखते हुए अधिकारियों की टीम भी गांवों में पहुंचनी शुरू हो गई हैं। रूट प्लान बनाया जा रहा है और उन जगहों को भी चिह्नित किया जा रहा है, जहां सीएम लोगों के बीच बैठकर बात करेंगे। अपने दौरे के दौरान सीएम ग्रामीणों के साथ-साथ पार्टी पदाधिकारियों एवं वर्करों से भी वन-टू-वन बात करेंगे। कुछ वर्करों के घर चाय पर जाने का भी कार्यक्रम वे बना सके हैं।
कुरुक्षेत्र भूमि में 14 गांवों का दौरा मैं पहले ही कर चुका हूं। अब पंद्रह गांवों का दौरा किया जाएगा। ग्रामीणों के बीच जाकर उनसे सीधा संवाद करने से जहां कई तरह की खामियों का पता लगता है वहीं उनके फीडबैक से नई नीतियां भी बनाने में आसानी रहती है। मनोहर लाल, मुख्यमंत्री।