हिसारPublished: Nov 13, 2019 06:17:47 pm
Navneet Sharma
सीएम खट्टर ने डिनर डिप्लोमेसी से बदला माहौल, भाजपा को समर्थन देने वाले निर्दलियों ने डाल रखा था दिल्ली में डेरा
निर्दलीयों को नहीं मिला अमित शाह से मुलाकात का समय
चंडीगढ़. सरकार में शामिल होने के लिए दबाव बना रहे हरियाणा के निर्दलीय विधायकों को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ मुलाकात का समय नहीं मिला। जिसके चलते बुधवार को सभी निर्दलीय विधायक चंडीगढ़ आ गए। जहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी निर्दलीय विधायकों के साथ मुलाकात करके माहौल को बदलने का प्रयास किया।
चुनाव परिणाम के बाद भाजपा को जहां जननायक जनता पार्टी ने समर्थन दे दिया था वहीं सात निर्दलीय विधायकों ने भी बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था। समर्थन देने वालों में पांच ऐसे हैं जिन्होंने भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ा था और चुनाव जीत गए थे। मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान निर्दलीय विधायक सरकार में अपनी हिस्सेदारी चाहते हैं। जिसके चलते मंगलवार को पांचों निर्दलीय विधायकों ने दिल्ली में डेरा डाल लिया था। इनमें पुंडरी से विधायक रणधीर सिंह गोलन, महम से बलराज कुंडू, पृथला से नयनपाल रावत, दादरी से सोमबीर सांगवान तथा नीलोखेड़ी से विधायक धर्मपाल गोंदर शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार उक्त पांचों विधायकों ने सरकार में हिस्सेदारी की मांग करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के लिए समय मांगा था। बताया जाता है कि महाराष्ट्र में व्यस्त होने के चलते अमित शाह ने मुलाकात के लिए समय नहीं दिया और निर्दलीय विधायकों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात का सुझाव दिया। इसी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री कार्यालय से आज दबाव बनाने वाले पांचों विधायकों समेत सात निर्दलीय विधायकों को चंडीगढ़ पहुंचने के लिए कहा गया। दिल्ली में डेरा डाले बैठे सभी विधायक चंडीगढ़ पहुंच गए। जहां भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने निर्दलीय विधायकों के साथ अलग से बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्दलीयों के साथ सामांजस्य कायम करने की दिशा में कई सार्थक प्रयास किए हैं। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात के बाद निर्दलीय विधायक एक बार तो शांत हो गए हैं लेकिन भविष्य में भाजपा के की यह डगर चुनौतियों भरी रहेगी।