वर्तमान में 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में राज्यसभा सांसदों की संख्या पांच है। जिसके चलते इस समय डीपी वत्स तथा बीरेंद्र सिंह भाजपा के कोटे से तो कुमारी शैलजा कांग्रेस के कोटे से राज्यसभा में हैं। इसके अलावा सुभाष चंद्रा बतौर निर्दलीय सांसद राज्यसभा में हैं। तीन नवंबर तक हरियाणा की तरफ से रामकुमार कश्यप इनेलो के कोटे से राज्यसभा सांसद थे।
हरियाणा में हालही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान रामकुमार कश्यप ने इनेलो छोडक़र भाजपा का दामन थाम लिया था। चुनाव के दौरान भाजपा ने रामकुमार कश्यप को इंद्री विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी बनाया था। रामकुमार कश्यप ने कांग्रेस के बागी एवं निर्दलीय प्रत्याशी राकेश कंबोज को हराया था। विधायक बनने के बाद रामकुमार कश्यप ने अपने पद से चार नवंबर बतौर राज्यसभा सांसद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसी दिन उन्होंने हरियाणा विधानसभा में विधायक पद की शपथ ली।
राज्यसभा सचिवालय द्वारा पांच नवंबर को एक पत्र जारी करके रामकुमार कश्यप का इस्तीफा मंजूर करते हुए हरियाणा में राज्यसभा के एक पद को रिक्त घोषित कर दिया गया है। राज्यसभा सचिवालय के सचिव देश दीपक वर्मा द्वारा एक पत्र जारी करके यह स्पष्ट कर दिया गया है कि चार नवंबर के बाद हरियाणा में राज्यसभा का एक पद रिक्त माना जाएगा। हरियाणा में इन दिनों नई सरकार के मंत्रिमंडल गठन को लेकर उठापटक चल रही है। मंत्रियों की नियुक्ति से फारिग होने के बाद हरियाणा में राज्यसभा सांसद के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। विधायकों की संख्या के अनुसार इस बात की प्रबल संभावना है कि भाजपा के खाते से एक और सांसद राज्यसभा में जा सकते हैं।
पांच माह बाद पूरा होगा कुमारी शैलजा का कार्यकाल
हरियाणा में अगले साल एक और सीट खाली होगी। कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी शैलजा का कार्यकाल अगले साल पूरा होगा। कुमारी शैलजा को 10 अप्रैल 2014 को राज्यसभा सांसद चुना गया था। कुमारी शैलजा का कार्यकाल 9 अप्रैल 2020 को पूरा होने जा रहा है। जिसके चलते शैलजा के कार्यकाल समाप्त होने के बाद फिर से हरियाणा में एक अन्य सांसद के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।