वीरवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात के बारे में उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री से मनेठी एम्स को लेकर विस्तत चर्चा हुई और उन्हें पिछले तीन महीने से क्षेत्र के लोगों की ओर से दिए जा रहे धरने के बारे में अवगत कराया। एम्स की मांग पर प्रधानमंत्री ने सकारात्मक रूख दिखाया है और रिपोर्ट तलब की है। गुरूग्राम के बिनौला में बन रहे देश के प्रथम रक्षा विश्वविद्यालय के बारे में प्रधानमंत्री से चर्चा कर विश्वविद्यालय के लिए बनाए जाने वाले एक्ट को ससंद में पारित करवाने की अपील की।
राव ने बताया कि ससंद में रक्षा विश्वविद्यालय का एक्ट पारित होने के बाद विश्वविद्यालय को मूर्त रूप दिया जा सकेगा। प्रधानमंत्री ने रक्षा विश्वविद्यालय के एक्ट को पास करवाने की दिशा में भी जल्द कदम उठाने का आश्वासन दिया है। राव ने कहा कि दक्षिण हरियाणा में गहराते भूजल स्तर पर प्रधानमंत्री को अवगत कराया।
उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि दक्षिण हरियाणा के कुछ जिलों में भूजल स्तर 2 से ढाई हजार फुट की गहराई तक चला गया है ऐसे में किसानों व लोगों को पीने के पानी की भारी किल्लत से जूझना पड रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि जब तक रावी व्यास का पानी नहीं मिलता तब तक क्षेत्र को विशेष योजना के तहत पानी उपलब्ध करवाया जाए। केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद उम्मीद है कि जल्द ही लोगों को राहत मिलेगी।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि वर्ष 2015 में आयोजित बावल रैली में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रेवाडी के मनेठी में एम्स की घोषणा की थी। मनेठी की पंचायत की ओर से एम्स निर्माण के लिए 200 एकड भूमि प्रदेश सरकार को उपलब्ध करवाई गई है। इस घोषणा को पूरा करने को वे केंद्रीय वित्तमंत्री व स्वास्थय एंव परिवार कल्याण मंत्री से भी पूर्व में मुलाकात कर उनको मामले से अगवत कर चुके है।