शनिवार को उसने मीडिया के सामने पूरा मामला उजागर किया तो पुलिस में हड़कंप मच गया और उसकी हालत ‘काटो तो खून नहींÓ जैसी हो गई। पत्रकारों से बातचीत में युवक ने बताया कि वह पुलिस विभाग की आंखें खोलना चाहता था। उसने कहा कि आखिर जब पुलिस खुद का घर यानि थाने की सुरक्षा नहीं कर सकती और वहां आराम से कोई चोरी कर सकता है तो वह शहर की सुरक्षा क्या करेगी।
ऐसे में उसने शहर के पिहोवा थाने में स्टिंग ऑपरेशन का फैसला किया। युवक ने बताया कि दो दिन पहले उसकी गाड़ी चोरी हो गई थी। इसका पता नहीं चलने से वह परेशान था। इसी कारण उसने पुलिस की पोल खोलने की ठानी। वह शुक्रवार रात पिहोवा थाने पहुंचा। वहां आराम से अंदर तक चला गया। इस दौरान किसी पुलिसकर्मी को भनक तक नहीं लगा। युवक ने बताया कि वह थाने से सएचओ की वर्दी, लैपटॉप और अन्य सामान अपने साथ आराम से ले आया। इस दौरान थाने में किसी ने नहीं रोका-टोका और उसे कोई दिक्कत नहीं हुई। वह आराम से थाने से बाहर आ गया। उस समय थाने में सारे पुलिसकर्मी सो रहे थे और ड्यूटी पर कोई नहीं था।
इसलिए की प्रेस कॉन्फ्रेंस
कुलदीप ने कहा कि आला अधिकारी के पास जाने से पहले वो मीडिया मेें इसलिए आया ताकि असलियत सामने आ सके। उसे शक था कि पुलिस उस पर चोरी या डकैती का मामला लगा देगी। पिहोवा थाना एसएचओ प्रतीक कुमार ने बताया कि कुलदीप ने थाने में चोरी की है। हमने उसके खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। उसे जल्द गिरफ्तार कर सामान बरामद किया जाएगा।