मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को विदेश से वापिस आते ही इस मामले में रिपोर्ट तलब करके आज सुबह निकाय विभाग के अधिकारियों तथा हड़ताली कर्मचारी प्रतिनिधियों के साथ बैठक बुलाई थी।
सीएम की मौजूदगी में हुई बैठक में सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री कविता जैन, राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर व कृष्ण कुमार बेदी के अलावा मुख्य सचिव डीएस ढेसी, निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण व निदेशक नितिन यादव मौजूद रहे। वहीं कर्मचारियों की ओर से पालिका कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, राजेंद्र सिनंद, सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लाम्बा, जरनैल सिंह, शिवचरण, अशोक बोहत, महेंद्र चंदेलिया, रमेश तुसामंड, अशोक थोरिया, सुभाष गुस्सर, मांगेराम तिगरा, सेवाराम मौजूद रहे।
प्रदेश की स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने इस बैठक में स्टेटस रिपोर्ट पेश की। मुख्यमंत्री आवास पर करीब तीन घन्टे चली बैठक के बाद शहरी निकाय मंत्री कविता जैन ने कहा की समान काम समान वेतन पर सरकार ने एक कमेटी बनाने का फैसला किया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली यह कमेटी एक माह में अपनी रिपोर्ट देगी।
कविता जैन ने कहा कि सफाई विशेष भत्ता साढ़े तीन सौ रुपये से बढ़ाकर 1 हजार रुपये करने का भी निर्णय लिया गया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे ठेके की अवधि पूरी होगी उसके साथ ही ठेकेदारों के ठेके खत्म होंगे। उन्होंने दावा किया कि भारतीय मजदूर संघ से संबंधित सफाई कर्मचारियों की यूनियन ने हड़ताल वापस लेने पर सहमति दी है।
दूसरी तरफ सर्व कर्मचारी संघ के समर्थन से हड़ताल करने वाले नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रधान नरेश शास्त्री ने आज हुई बैठक को पूरी तरह से बेनतीजा करार देते हुए कहा कि सरकार उनकी मांगों के प्रति गंभीर नही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की किसी भी मांग पर लिखित सहमति नही दी गई है, जिसके चलते उनकी हड़ताल जारी रहेगी। शास्त्री ने कहा कि बृहस्पतिवार को रोहतक में बैठक बुलाई गई है। उसमें अगला फैसला लिया जाएगा।
खत्म हो जाएगी हड़ताल:सीएम
हरियाणा में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण स्थिति बेहद विस्फोटक बनती जा रही है। कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त करवाकर उन्हें काम पर लौटने के लिए राजी करने के संदर्भ में मुख्यमंत्री खट्टर के पहले प्रयास विफल साबित हुए हैं। इसके बावजूद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कई मांगों पर सहमति बन गई है और कई मांगों को पूरा करने के लिए एक सप्ताह बाद बैठक बुलाई गई है।
खट्टर ने प्रदेश के हड़ताली कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि उन्होंने कर्मचारी संगठनों को यह विश्वास दिलाया है कि सरकार उनके साथ है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि बृहस्पतिवार को हड़ताली कर्मचारी काम पर वापस आ सकते हैं।