अग्न्याशय से निकलने वाला इंसुलीन जब सुस्त या स्लो होता है तब डायबिटीज में शुगर का बढ़ना शुरू हो जाता है। इंसुलिन की प्राथमिक भूमिका रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करना है। खापान से जहां शुगर को बढ़ने से रोका जा सकता है, वहीं खापान में गलतियां शुगर को बढ़ा भी देती हैं। तो चलिए जानें वो कौन सी सब्जियां हैं जो शुगर बढ़ाने का काम करती हैं।
डायबिटीज में न खाएं ये पांच सब्जियां-do not eat these five vegetables in diabetes
डायबिटीज में न खाएं ये पांच सब्जियां-do not eat these five vegetables in diabetes
आलू से करें परहेज: डायबिटीज के मरीज ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रखना चाहते हैं तो आलू का सेवन करने से परहेज करें। आलू में चीनी की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए डायबिटीज के मरीज आलू से परहेज करें।
स्वीट कार्न: भले ही स्वीट कार्न यानी कच्चे मक्के में रफेज ज्यादा हो लेकिन ये शुगर को बढ़ाने वाले होते हैं। डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन किसी भी रूप में नहीं करना चाहिए। आधा कप मक्का में 21 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 2 ग्राम फाइबर होता है। कम फाइबर और ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों की शुगर तेजी से बढ़ती है।
हरी मटर से करें परहेज: हरी मटर भी रफेज युक्त है लेकिन फिर भी इनमें शुगर कंटेट ज्यादा होता है और इसे खाते ही शरीर में शुगर बढ़ने लगता है। इसलिए डायबिटीज के मरीज हरी मटर से परहेज करें। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है। 1 कप मटर में 20 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है जो तेजी से शुगर को बढ़ाता है। मटर में एंटी न्यूट्रिएंट्स भी होते हैं जो शुगर के मरीजों का पाचन खराब कर सकते हैं।
स्वीट कार्न: भले ही स्वीट कार्न यानी कच्चे मक्के में रफेज ज्यादा हो लेकिन ये शुगर को बढ़ाने वाले होते हैं। डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन किसी भी रूप में नहीं करना चाहिए। आधा कप मक्का में 21 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 2 ग्राम फाइबर होता है। कम फाइबर और ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों की शुगर तेजी से बढ़ती है।
हरी मटर से करें परहेज: हरी मटर भी रफेज युक्त है लेकिन फिर भी इनमें शुगर कंटेट ज्यादा होता है और इसे खाते ही शरीर में शुगर बढ़ने लगता है। इसलिए डायबिटीज के मरीज हरी मटर से परहेज करें। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है। 1 कप मटर में 20 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है जो तेजी से शुगर को बढ़ाता है। मटर में एंटी न्यूट्रिएंट्स भी होते हैं जो शुगर के मरीजों का पाचन खराब कर सकते हैं।
शकरकंदी: शकरकंद और आलू दोनों ही शुगर बढ़ाने वाले होते हैं। आलू और शकरकंद बीटा केरोटीन का स्रोत है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होती है जो तेजी से ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है।
हरा प्याज यानी लिक्स: 100 ग्राम लीक्स में 14 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है जबकि 1.8 ग्राम फाइबर होता है। ऐसी सब्जी ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ाती है। लीक्स सूजन और गैस का कारण बनती हैं।
गाजर और चुकंदर का सेवन भी कम करें- हाई जीआई वाले सलाद या सब्जी के रूप में गाजर और चुकंदर खाने से भी बचना चाहिए। ये भी तेजी से ब्लड में शुगर की मात्रा को बढ़ा देते हैं।
हरा प्याज यानी लिक्स: 100 ग्राम लीक्स में 14 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है जबकि 1.8 ग्राम फाइबर होता है। ऐसी सब्जी ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ाती है। लीक्स सूजन और गैस का कारण बनती हैं।
गाजर और चुकंदर का सेवन भी कम करें- हाई जीआई वाले सलाद या सब्जी के रूप में गाजर और चुकंदर खाने से भी बचना चाहिए। ये भी तेजी से ब्लड में शुगर की मात्रा को बढ़ा देते हैं।
ये फल होते हैं लो जीआई वालें, इन्हें खूब खाएं- low GI fruits to be eaten in diabetes
जामुन, आलूबुखारा, कीवी फल और अंगूर, चकतोरा आदि को डायबिटी जमें खाना चाहिए। याद रखें जिन खाद्य पदार्थ का ग्लासेमिक इंडेक्स यानी जीआई ज्यादा होगा वह शुगर को बढ़ाएंगे। हाई जीआई खाद्य पदार्थ शरीर इंसुलिन को प्रभावित करते हैं। क्योंकि उच्च जीआई खाद्य पदार्थ बहुत जल्दी टूट जाते हैं और तुरंत शुगर में बदल कर ब्लड में मिल जाते हैं। इसलिए लो जीआई फूड खाएं।
जामुन, आलूबुखारा, कीवी फल और अंगूर, चकतोरा आदि को डायबिटी जमें खाना चाहिए। याद रखें जिन खाद्य पदार्थ का ग्लासेमिक इंडेक्स यानी जीआई ज्यादा होगा वह शुगर को बढ़ाएंगे। हाई जीआई खाद्य पदार्थ शरीर इंसुलिन को प्रभावित करते हैं। क्योंकि उच्च जीआई खाद्य पदार्थ बहुत जल्दी टूट जाते हैं और तुरंत शुगर में बदल कर ब्लड में मिल जाते हैं। इसलिए लो जीआई फूड खाएं।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। ‘पत्रिका’ इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।