हर किसी को अपने घर में इन पौधों को जरूर लगाना चाहिए। तो चलिए जानें कौन से प्लांट्स सेहत के लिए भी फायदेमंद हैं। एंथूरियम (Anthurium)
कोरोना काल में इस पौधे को लगाने की सलाह दी जा रही थी। क्योंकि इस पौधे में ऑक्सीजन छोड़ने की क्षमता बहुत होती है। नासा की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि एंथूरियम हवा से फॉर्मलाडेहाइड, अमोनिया, टोल्यूनि और ज़ाइलीन को हटाने में बहुत प्रभावी होता है और इसे लगाना ही नहीं, इसकी देखभाल भी बेहद आसान है।
चायनीज एवरग्रीन (chinese evergreen)
हर मौसम में हरा भरा रहने वाला चायनीज एवरग्रीन पौधा विषैली गैस, पॉल्यूशन को दूर करने वाला होता है। यही नहीं इसे केवल देखने और छूने भर से सिर दर्द, उदासी, थकान और स्ट्रेस दूर होता है और घर में पॉजिटिविटी आती हैं।
कोरोना काल में इस पौधे को लगाने की सलाह दी जा रही थी। क्योंकि इस पौधे में ऑक्सीजन छोड़ने की क्षमता बहुत होती है। नासा की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि एंथूरियम हवा से फॉर्मलाडेहाइड, अमोनिया, टोल्यूनि और ज़ाइलीन को हटाने में बहुत प्रभावी होता है और इसे लगाना ही नहीं, इसकी देखभाल भी बेहद आसान है।
चायनीज एवरग्रीन (chinese evergreen)
हर मौसम में हरा भरा रहने वाला चायनीज एवरग्रीन पौधा विषैली गैस, पॉल्यूशन को दूर करने वाला होता है। यही नहीं इसे केवल देखने और छूने भर से सिर दर्द, उदासी, थकान और स्ट्रेस दूर होता है और घर में पॉजिटिविटी आती हैं।
सान्सेवीरिया (Sansevieria)
नागफनी या स्नेक प्लांट को सान्सेवीरिया के नाम से भी जाना जाता है। कई जगह इसे मदर इन लॉज टंग भी कहते हैं। ये इंडोर प्लांट होता है और आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ये पौधो 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। ये अकेला इंडोर प्लांट है जो पूरे समय ही ऑक्सीजन देता है। इसे आप हर कमरे में लगाएं। इससे पॉल्यूशन, धूल-धकड़ से होने वाली एलर्जी, दमा या सांस की कमी जैसी समस्याएं कंट्रोल रहती हैं। ये कम पानी में और कम रोशनी में यह हरा-भरा रहता है।
नागफनी या स्नेक प्लांट को सान्सेवीरिया के नाम से भी जाना जाता है। कई जगह इसे मदर इन लॉज टंग भी कहते हैं। ये इंडोर प्लांट होता है और आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ये पौधो 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। ये अकेला इंडोर प्लांट है जो पूरे समय ही ऑक्सीजन देता है। इसे आप हर कमरे में लगाएं। इससे पॉल्यूशन, धूल-धकड़ से होने वाली एलर्जी, दमा या सांस की कमी जैसी समस्याएं कंट्रोल रहती हैं। ये कम पानी में और कम रोशनी में यह हरा-भरा रहता है।
स्पाइडर प्लांट (Spider plant)
स्पाइडर प्लांट को रिबन प्लांट, एयरप्लेन प्लांट, स्पाइडर आइवी के नाम से भी जाना जाता है। यह प्लांट घर की जहरीली गैस, नैनो डस्ट पार्टिकल्स और पॉल्यूशन को सोखने वाला होता है। साथ ही भरपूर ऑक्सीजन भी देता है। आयुर्देव में भी इसका काफी महत्व है और इसे पुरुषों के लिए औषधि बनती हँ। इसकी जड़ों से ही सफेद मूसली बनाई जाती है। इस पौधे की खासियत है कि ये यह कार्बन मोनोऑक्साइड, फॉर्मलाडिहाइड, Xylene, और टोल्यूनि को हटाता है।
स्पाइडर प्लांट को रिबन प्लांट, एयरप्लेन प्लांट, स्पाइडर आइवी के नाम से भी जाना जाता है। यह प्लांट घर की जहरीली गैस, नैनो डस्ट पार्टिकल्स और पॉल्यूशन को सोखने वाला होता है। साथ ही भरपूर ऑक्सीजन भी देता है। आयुर्देव में भी इसका काफी महत्व है और इसे पुरुषों के लिए औषधि बनती हँ। इसकी जड़ों से ही सफेद मूसली बनाई जाती है। इस पौधे की खासियत है कि ये यह कार्बन मोनोऑक्साइड, फॉर्मलाडिहाइड, Xylene, और टोल्यूनि को हटाता है।
अरलिया (Arelia)
अरलिया एक इंडौर प्लांट है जिसका एक तरह की औषधि भी है। अरलिया का प्रयोग महिला और पुरुष पुरूष दोनों के प्रजनन प्रणाली (reproductive systems) को ठीक करने के लिए किया जाता है। या कहें कि नपुंसकता को दूर करता है।
अरलिया एक इंडौर प्लांट है जिसका एक तरह की औषधि भी है। अरलिया का प्रयोग महिला और पुरुष पुरूष दोनों के प्रजनन प्रणाली (reproductive systems) को ठीक करने के लिए किया जाता है। या कहें कि नपुंसकता को दूर करता है।
पीस लिली (Peace lily)
इसके नाम के पीछे एक फैक्ट है ये कि गहरे हरे रंग होने के बीच सफेद रंग होता है। इसलिए इसे पीस लिली कहा जाता है। घर के अंदर टॉक्सिन्स को रिमूव करता है और हमारे इंडोर को प्यूरीफाइ करता है। ये पौधा कार्बन मोनो ऑक्साइड और बेंजीन (C6H6) जैसी गैसों को खत्म करता है और बदले में प्योर ऑक्सीजन देता है।
इसके नाम के पीछे एक फैक्ट है ये कि गहरे हरे रंग होने के बीच सफेद रंग होता है। इसलिए इसे पीस लिली कहा जाता है। घर के अंदर टॉक्सिन्स को रिमूव करता है और हमारे इंडोर को प्यूरीफाइ करता है। ये पौधा कार्बन मोनो ऑक्साइड और बेंजीन (C6H6) जैसी गैसों को खत्म करता है और बदले में प्योर ऑक्सीजन देता है।