जैसलमेर

Video jaisalmer- हालात हुए बदतर- 36वें दिन सफाईकर्मियों का धरना जारी

-बिगड़ी सफाई व्यवस्था से आमजन परेशान

जैसलमेरAug 08, 2017 / 10:43 pm

jitendra changani


जैसलमेर (पोकरण). गत दो माह से स्थानीय नगरपालिका में ठेके पर कार्यरत सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गई है। जिसके कारण जगह-जगह कचरे के ढेर लगे पड़े है तथा गंदगी का साम्राज्य पसरा हुआ है। जगह-जगह लगे कचरे के ढेर व बिगड़ी सफाई व्यवस्था के कारण आमजन का जीना मुश्किल हो रहा है। जानकारी के अनुसार स्थानीय नगरपालिका की ओर से संविदा पर 60 सफाई कर्मचारी ठेके पर लगाए गए है। जबकि केवल 11 स्थाई सफाई कर्मचारी कार्यरत है। जिनके भरोसे कस्बे के सभी 20 वार्डों की सफाई व्यवस्था थी। ठेके पर लगे सभी सफाई कर्मचारियों की ओर से मजदूरी बढाने तथा रिक्त पड़े सफाई कर्मचारियों के पदों पर नियुक्ति की मांग को लेकर गत दो माह से कार्य का बहिष्कार करते हुए हड़ताल शुरू की गई तथा 36 दिनों से नगरपालिका कार्यालय के आगे धरना दिया जा रहा है। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते कस्बे की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से लडख़ड़ा गई है। गली मोहल्लों कहीं पर सफाई नहीं होने के कारण कचरे व गंदगी के ढेर लगे हुए है।
कचरा व गंदगी बना परेशानी का सबब
कस्बे में ठेके पर कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के बाद नगरपालिका की ओर से अपने स्थाई 11 सफाई कर्मचारियों के भरोसे पूरे शहर की सफाई कर पाना मुश्किल हो रहा है। उनकी ओर से केवल गांधी चौक, सदर बाजार, जयनारायण व्यास सर्किल आदि मुख्य मार्गों, सरकारी कार्यालयों व मुख्य स्थलों की ही नियमित सफाई की जा रही है। जबकि कस्बे के सभी मोहल्लों में सफाई व्यवस्था बिगड़ी होने के कारण कचरे के ढेर लगे पड़े है। हालांकि नगरपालिका की ओर से पाली, जोधपुर, फलोदी क्षेत्र में सफाई कर्मचारियों से संपर्क कर उन्हें अस्थाई तौर पर लगाने के लिए प्रयास भी किए गए, लेकिन स्थानीय सफाई कर्मचारियों के विरोध के कारण कोई भी सफाई कर्मचारी कस्बे की सफाई व्यवस्था के कार्य पर लगने को तैयार नहीं है। ऐसे में गत दो माह में हालात ये हो गए है कि बीच सडक़ पर कचरा जमा हो गया है। ऐसे में लोगों का निकलना भी दुश्वार हो गया है। इसके अलावा जमा कचरे व गंदगी के कारण आसपास निवास कर रहे लोगों का बेहाल हो गया है। इसी प्रकार कस्बे में गंदे पानी की निकासी के लिए निर्मित नालियों, बड़े नालों व सीवरेज लाइन में भी कचरा व मलबा जमा पड़ा है। जिसके चलते घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी नहीं हो रही है तथा आए दिन गंदा पानी बीच रास्ते जमा हो रहा है। जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यहां गहराने लगी समस्या
कस्बे के वार्ड संख्या एक, दो, तीन, चार, 12, 13, 16, 18, 19, 20, सिपाहियों का मोहल्ला, एको की प्रोल, भास्कर मोहल्ला, पुरोहितों की गली, बिस्सों की गली, जटावास, शिवपुरा, भवानीपुरा, खटीकों का मोहल्ला, मदरसा रोड **** अधिकांश मोहल्लों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से लडख़ड़ा गई है। यहां नालियों में कचरा जमा हो जाने के कारण आए दिन गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सडक़ पर बह रहा है। इसी प्रकार कई मोहल्लों में सीवरेज लाइन की समय पर सफाई नहीं होने के कारण पानी की निकासी नहीं हो रही है। इसी प्रकार कस्बे के एको की प्रोल के पास बड़े नाले की सफाई कर कचरा व मलबा सडक़ पर ही डाल दिया गया है। जिसके चलते आमजन मोहल्लेवासियों का जीना दूभर हो गया है।
की जाएगी वैकल्पिक व्यवस्था
सफाई कर्मचारियों से बातचीत की गई, लेकिन वे अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए है तथा समझोते की बात नहीं मान रहे है। कस्बे की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।
-जोधाराम विश्रोई, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका, पोकरण।
मंत्रालयिक कर्मचारियों ने दिया धरना
पोकरण. तहसील क्षेत्र के मंत्रालयिक कर्मचारियों ने मंगलवार को कार्य का बहिष्कार करते हुए धरना देकर विरोध जताया। मंत्रालयिक कर्मचारियों ने बताया कि वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर प्रदेशभर में आंदोलन किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत मंगलवार को तहसील क्षेत्र के सभी मंत्रालयिक कर्मचारियों ने पंचायत समिति सांकड़ा परिसर में धरना दिया तथा सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग की। इस अवसर पर चिरंजीलाल शर्मा, अजय केवलिया, अशोक चारण, महावीरसिंह, मांगीलाल, सवाईसिंह, केवलराम हींगड़ा, सुंदर, भवानीप्रताप, केके शर्मा, नेतसिंह **** कर्मचारी उपस्थित थे।
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